पाकिस्तान सुपर लीग घोटाले में सम्बन्ध होने की वजह से पीक बोर्ड ने तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफ़ान को एक वर्ष के लिए क्रिकेट से निलंबित कर दिया है। पीसीबी ने उन्हें इसलिए प्रतिबंधित किया है क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार रोधी कोड का उल्लंघन करते हुए दो बार घोटाले में शामिल होने आमन्त्रण मिलने के बावजूद पीसीबी की सतर्क टीम और सुरक्षा अधिकारियों को जानकारी नहीं दी।
एक लिखित पत्र देकर सोमवार को इरफ़ान ने इसमें खुद का दोष माना था तथा इसके बाद उनकी बोर्ड के अधिकारियों के साथ दो बैठकें हुई। इरफ़ान ने माफी मांगते हुए यह कहा कि सीधे तौर पर वे किसी भी तरह के फिक्सिंग कार्यों में शामिल नहीं रहे हैं। निलंबन के अलावा उनका केन्द्रीय अनुबंध भी रद्द कर दिया गया है।
इरफ़ान ने अपने पत्र में लिखा "मुझे दो बार अप्रोच किया गया था और यह मेरी गलती है कि मैंने पीसीबी की भ्रष्टाचार निरोधी इकाई को रिपोर्ट नहीं की। मैं इसके लिए मेरी गलती मानता हूं लेकिन मैं ऐसी किसी भी फिक्सिंग कामों में शामिल नहीं रहा तथा मुझे इसके लिए संपर्क करने वालों को करारा जवाब भी दिया। अगर मेरी इस गलती से किसी को दुःख पहुंचा हो तो मैंने पूरे देश से माफी मांगी है। आशा है आप मुझे माफ़ कर देंगे।"
अगर इन बातों का पालन किया जाए, तो इस 34 वर्षीय खिलाड़ी का निलंबन 6 महीने के लिए कम किया जा सकता है:
# इस एक वर्ष के दौरान वे पीसीबी के किसी भी नियम का उल्लंघन ना करें और पहले जैसा काम पुनः न करें।
#पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को 10 लाख रूपये का भुगतान करें।
#इरफ़ान सतर्कता टीम और सुरक्षा एजेंसियों को सहयोग प्रदान करें।
# अगर अगले छह महीनों तक वे पीसीबी के भ्रष्टाचार निरोधी कार्यक्रमों में भाग लें और उनमें लेक्चर दें और विजिलेंस और सुरक्षा विभाग के कार्यक्रमों में दर्शकों के लिए किसी भ्रष्टाचार निरोधी वीडियो में काम करें।
गौरतलब है कि इससे पहले भी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पीएसएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में कई अन्य खिलाड़ियों को भी निलंबित किया है और इरफ़ान से उस दौरान पूछताछ जारी थी।