मोहम्मद कैफ राजनीति के मैदान में फिर से नहीं उतरेंगे

पिछले सप्ताह ही सभी तरह के क्रिकेट से संन्यास लेने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने राजनीति को लेकर भी अपनी मंशा साफ़ कर दी है। कैफ के अनुसार क्रिकेट के बाद अब उन्हें राजनीति के मैदान में भी नहीं उतरना है। उन्होंने कहा कि वे परिवार के साथ समय बिताएंगे और कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस पूर्व क्रिकेटर ने पिछले लोकसभा चुनाव में यूपी के फूलपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उनके सामने बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्य थे और कैफ चौथे स्थान पर रहे थे। कैफ ने कहा कि छत्तीसगढ़ की रणजी टीम से जुड़े होने की वजह से वे परिवार और बच्चों से दूर रहते थे। अब संन्यास के बाद वे परिवार के साथ समय व्यतीत करेंगे क्योंकि बच्चे अभी छोटे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि एक बार चुनाव लड़ लिया और अब आगे ऐसा नहीं करूंगा। अपने जमाने में बेहतरीन क्षेत्ररक्षक माने जाने वाले इस खिलाड़ी ने कहा कि वे यूपी से आने वाले युवा खिलाड़ियों के लिए कुछ करेंगे। इसके अलावा अगर यूपी क्रिकेट संघ उन्हें कोई जिम्मेदारी देता है तो उस पर भी विचार किया जाएगा लेकिन फिलहाल वे परिवार के साथ रहने के अलावा कुछ नहीं सोच रहे हैं। 37 वर्षीय मोहम्मद कैफ ने भारत के लिए 125 वन-डे मैच खेले और 13 टेस्ट मैचों में भी शिरकत की। इसके अलावा वे आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स, आरसीबी और किंग्स इलेवन पंजाब के लिए भी खेल चुके हैं। गुजरात लायंस के साथ वे मेंटर की भूमिका में रहे थे। फिलहाल उन्हें कमेंट्री बॉक्स में देखा जाता है। कैफ उन खिलाड़ियों में गिने जाते हैं जो कभी विवादों में नहीं रहे। अपने खेल और प्रदर्शन के अलावा उन्होंने निजी तौर पर साथी खिलाड़ियों से अच्छे रिश्ते बनाए। सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, आशीष नेहरा, वीरेंदर सहवाग और राहुल द्रविड़ जैसे कई खिलाड़ियों के साथ उन्हें खेलने का मौका मिला।

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