मोहम्मद शहजाद को एंटी-डोपिंग नियमों के उल्लंघन के कारण आईसीसी ने किया अस्थायी रूप से निलंबित

अफगानिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद को आईसीसी ने तुरंत प्रभाव से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। उन पर आईसीसी ने एंटी-डोपिंग नियमों का उल्लंघन करने के चार्ज लगाए थे। रविवार को आईसीसी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 17 जनवरी को दुबई स्थित आईसीसी अकादमी में उनकी जांच हुई थी और अप्रैल में उन पर नियमों के उल्लंघन के तहत चार्ज लगाए गए। उनके सैम्पल विश्व एंटी डोपिंग रोधी संस्थान (WADA) की मान्यता प्राप्त लैब में भेजे गए जिसमें क्लेनब्यूटोरोल पाया गया, यह एनाबॉलिक पदार्थ की श्रेणी में आता है। जब तक शहजाद की अनुशासन समिति की सुनवाई रिपोर्ट नहीं आती, तब तक वे प्रतियोगी क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे और अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगे। वे अपने ऊपर लगे बैन के खिलाफ चुनौती पेश कर सकते हैं। अगर उन्हें दोषी पाया जाता है तो 2 से 4 साल तक सभी तरह के क्रिकेट से शहजाद को को निलंबित किया जा सकता है। अगर डोपिंग इरादतन नही पाया जाता है, तो शहजाद को 2 साल के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा। 13 अप्रैल को आईसीसी ने प्रेस रिलीज में कहा था "चार्ज लगने की तारीख के पांच दिनों के भीतर शहजाद यह निवेदन कर सकते हैं कि उनके सैंपल 'बी' का विश्लेषण किया जाए। नोटिस के 12 दिनों के भीतर शहजाद अस्थायी प्रतिबंध के खिलाफ चुनौती पेश कर सकते हैं, इस पर चुनौती के निपटारे तक अस्थायी सस्पेंशन नहीं थोपा जा सकेगा।" प्रेस रिलीज के अनुसार अगर शहजाद अपने निलंबन के खिलाफ 12 दिनों के भीतर कोई अपील या चुनौती पेश नहीं करते हैं, तो 26 अप्रैल 2017 से उनका निलंबन प्रभाव में मान लिया जाएगा। शहजाद को 14 दिनों के अन्दर कोई न कोई जवाब देना ही होगा। अगर वे ऐसा नहीं कर पाते हैं तो उनकी सुनवाई में उन्हें एंटी-डोपिंग नियमों का उल्लंघन करने का दोषी मान लिया जाएगा। शहजाद अफगानिस्तान के चमकते सितारों में से एक माने जाते हैं, जिन्होंने अपने देश की तरफ से 58 एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय और 58 टी20 अन्तर्राष्ट्रीय मैचों में प्रतिनिधित्व किया है।

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