वर्तमान भारतीय टीम में तेज गेंदबाजों की बात करते समय एक नाम सबसे पहले दिमाग में आता है वो है मोहम्मद शमी। इस खिलाड़ी को अगर किसी बात ने परेशान किया है तो वो है चोट। शमी का भारतीय टीम में आने-जाने का सिलसिला चलता रहा है जिसका मुख्य कारण चोटिल होना ही रहा है। मोहम्मद शमी मैदान में विपक्षी टीम पर अच्छी तरह से सर्जिकल स्ट्राइक करने में विश्वास रखते हैं, हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ सम्पन्न हुई 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मोहाली मोहाली टेस्ट में 5 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज को चोट के चलते सीरीज के बाकी मैचों से बाहर होना पड़ा था। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान इस 29 वर्षीय खिलाड़ी ने भारतीय टीम के सीमित ओवर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बारे में अपने रिश्तों को बेहद नजदीक और पारिवारिक बताया, जिसमें उन्होंने धोनी को पिता की तरह देखभाल करने वाला कप्तान करार दिया। टीम इंडिया में तालमेल बिठाने के सवाल पर शमी ने कहा "मुझे याद है जब मैं पहली बार टीम में आया तब टीम की परंपरा के अनुसार एक स्पीच देनी थी। मैं थोड़ा नर्वस था। अधिकतर क्रिकेटरों का सामाजिक जीवन काफी सक्रिय होता है लेकिन मेरा बिलकुल अलग था। मैंने कहा कि मैं अंग्रेजी नहीं बोल पाता इसलिए स्पीच हिन्दी में होनी चाहिए तब सभी ने कहा 'तो इसमें क्या बात है'। इस प्रकार मुझे आसानी से स्वीकार करने वाली वो चीज शानदार रही। जहां तक महेंद्र सिंह धोनी की बात है, हमारे बीच पिता-पुत्र जैसा रिश्ता है, इससे अधिक मैं कुछ नहीं कह सकता।" टीम और कप्तान के लिए शमी ने धोनी और कोहली दोनों की तारीफ करते हुए कहा " एमएस धोनी या विराट कोहली, दोनों के समय में ही यह टीम अच्छा खेली है, यह टीम एक परिवार की तरह है। इन सब चीजों से ही जीवन सुंदर बन जाता है। अभी चोट से जूझ रहे इस गेंदबाज ने कहा "दर्द तो बर्दाश्त किया जा सकता है लेकिन खेल, साथी खिलाड़ियों, परिवार और घर से दूर रहना अच्छा नहीं लगता। अभी मैं घर से दूर हूं और चोट से उबरने की कोशिश कर रहा हूं और वापसी के लिए इंतजार कर रहा हूं।" गौरतलब है कि शमी ने इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में हुए मुक़ाबले में शानदार गेदबाजी कर प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 2 विकेट लेते हुए कुल पांच विकेट लेकर टीम की जीत में अपना शानदार योगदान दिया था।