Why Mohammed Shami Will Not be able to Play Any Match In BGT : भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पिछले काफी समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं। बंगाल के इस दिग्गज गेंदबाज को पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के के दौरान ही टखने में चोट लगी थी। इस चोट के अलावा वो घुटने की चोट से भी परेशान रहे। इसी चोट के चलते मोहम्मद शमी इंटरनेशनल क्रिकेट में कई द्विपक्षीय सीरीज के साथ ही आईपीएल और आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 को भी मिस कर गए।
इस दिग्गज तेज गेंदबाज ने करीब एक साल तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद हाल ही में रणजी ट्रॉफी में वापसी की। उन्होंने अपनी वापसी पर ही जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 7 विकेट झटके। इसके बाद मोहम्मद शमी इन दिनों सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहे हैं और पूरी तरह से फिट नजर आ रहे हैं।
मोहम्मद शमी की क्यों नहीं हो पा रही है वापसी, कप्तान रोहित ने बतायी वजह
एक साल बाद क्रिकेट के मैदान में वापस लौटने के बाद जिस तरह से मोहम्मद शमी का घरेलू क्रिकेट में फिटनेस और फॉर्म नजर आ रही है, उसे देखते हुए उन्हें ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भेजे जाने की खबरें चर्चा में रही हैं। हर कोई मान रहा है कि शमी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया का टिकट दिया जा सकता है। लेकिन ये दिग्गज तेज गेंदबाज इस सीरीज में शायद ही खेल पाएंगे। ऐसा क्यों, इसका जवाब खुद कप्तान रोहित शर्मा ने दिया था।
रोहित शर्मा ने कहा- हम उनकी चोट को लेकर रहना चाहते हैं सावधान
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने एडिलेड टेस्ट मैच में हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि,
"हम सिर्फ इसलिए उन पर नजर रख रहे हैं क्योंकि सैयद मुश्ताक अली खेलते समय उनके घुटने में सूजन आ गई थी, जिससे टेस्ट मैच खेलने के लिए उनकी तैयारी में बाधा आ रही है। हम बहुत सावधान रहना चाहते हैं, हम उन्हें यहां नहीं लाना चाहते, क्योंकि उन्हें चोट लग जाती है या कुछ और हो जाता है।
इसके बाद हिटमैन ने हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से कहा कि,
"हम उनके बारे में 100 प्रतिशत से ज्यादा सुनिश्चित होना चाहते हैं क्योंकि काफी समय हो गया है। हम उन पर यहां आकर टीम के लिए काम करने का दबाव नहीं डालना चाहते। कुछ प्रोफेशनल निगरानी कर रहे हैं, हम उनके अनुभव के आधार पर फैसला करेंगे। वे ही हैं जो उन्हें हर मैच में देखते हैं, मैच के बाद, चार ओवर गेंदबाजी करने के बाद, 20 ओवर तक खड़े रहने के बाद वे कैसे खेलते हैं। लेकिन उनके लिए हमेशा ही टीम इंडिया के दरवाजें खुले हैं।