आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 (CWC 2023) में भारत ने फाइनल तक का सफर तय किया था, जिसमें उसे अंत में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हारकर खिताबी जीत से चूकने की निराशा झेलनी पड़ी थी। हालाँकि, ट्रॉफी ना जीत पाने के बावजूद भारतीय टीम के प्रदर्शन की सभी ने सराहना की थी, क्योंकि रोहित शर्मा एंड कंपनी बिना एक भी मैच गंवाए अपने विरोधियों को लगभग हर मैच में दबदबे के साथ पराजित करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। भारत के शानदार प्रदर्शन के पीछे तेज गेंदबाजों का अहम योगदान रहा था, जिसमें मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की तिकड़ी शामिल थी।
इन तीनों ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान बल्लेबाजों को अपनी गेंदों से जमकर तंग किया था और ढेर सारे विकेट चटकाए थे। शमी, बुमराह और सिराज ने मिलकर पिछले साल खेले गए आईसीसी टूर्नामेंट में 58 विकेट अपने हासिल किये थे। शमी ने पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 24 विकेट चटकाए थे, वहीं बुमराह ने 20 और सिराज ने 14 विकेट हासिल किये थे।
न्यूज़18 इंडिया के कार्यक्रम 'चौपाल' में मोहम्मद शमी ने भारतीय तेज गेंदबाजों के वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन को लेकर बात की और बताया कि इसकी सफलता की नींव 2013-14 में रखी गई थी। उन्होंने कहा,
लोग वर्ल्ड कप के दौरान गेंदबाजों के प्रदर्शन के बारे में बात करते हैं, लेकिन अगर आप पूरी तस्वीर को देखते हैं, तो आपको 2013 और 2014 में वापस जाना होगा। यहीं से सफर शुरू हुआ। अगर हम अब तथ्यों को देखें, तो हमारे पास इस बार वर्ल्ड कप में प्रदर्शन करने वाले तीन तेज गेंदबाज थे, जिससे हमें विश्वास है कि हमने भविष्य के गेंदबाजों के लिए बेंचमार्क सेट किया है।
गौरतलब हो कि मोहम्मद शमी ने वर्ल्ड कप के बाद अपनी एंकल इंजरी का खुलासा किया था, जो उन्हें टूर्नामेंट के दौरान ही हो गई थी लेकिन वह खेलते रहे थे। हालाँकि, बाद में उनकी समस्या बढ़ गई, जिसकी वजह से वह दक्षिण अफ्रीका दौरे से भी बाहर हो गए। उम्मीद थी कि वह इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए वापसी करेंगे लेकिन पहले दो मुकाबलों के स्क्वाड में उनका नाम नहीं था। अब देखना होगा कि शमी की वापसी कब होती है।