टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि आगामी लंबे घरेलू सत्र में मजबूत टीमों के खिलाफ सफलता हासिल करने के लिए उन्हें व साथी तेज गेंदबाजों को दमदार प्रदर्शन करने के लिए अपने मन में आग जलाए रखने की जरुरत है। एशियाई टीम को अगले 6 महीनों में 13 टेस्ट, 8 वन-डे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलना है। हाल ही में संपन्न वेस्टइंडीज दौरे पर शमी टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज रहे। उन्होंने सीरीज में कुल 14 विकेट लिए। वापसी करने वाले तेज गेंदबाज ने सही लाइन और लेंथ रखी व गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराकर गैरअनुभवी कैरीबियाई बल्लेबाजों को पिच पर जमने का मौका नहीं दिया। शमी ने टीम इंडिया में करीब 18 महीने बाद वापसी की थी। 2015 विश्व कप में शमी को घुटने में चोट लगी थी और यह उनके करियर के लिए बहुत खतरनाक भी थी। बंगाल के तेज गेंदबाज ने विशेष प्रयास करके मैदान पर वापसी की। न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में शमी कप्तान विराट कोहली के प्रमुख हथियारों में से एक होंगे। उन्हें सीरीज से पहले ईडन गार्डन्स के इंडोर एकेडमी में अभ्यास करते हुए देखा गया। अभ्यास के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए शमी ने कहा, 'मैं नई गेंद से अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा। मेरी कोशिश स्पिनरों को मदद देने की होगी। अगर हम अपनी कमर कस ले और शुरुआत में दो या तीन विकेट निकाल ले तो यह टीम के लिए मददगार होगा। ' यह पूछने पर कि एक गेंदबाज के रूप में विराट कोहली आप पर कितना भरोसा करते हैं तो शमी ने जवाब दिया, 'अच्छा लगता है जब कप्तान आप पर भरोसा करता है। वेस्टइंडीज दौरे के लिए मेरी वापसी हुई। 18 महीनों तक मैं टीम से बाहर रहा और फिर रिहैबिलिटेशन में कड़ी मेहनत करके वापसी की। अभी बहुत खुश हूं कि अपनी टीम और कप्तान के लिए अच्छे से जिम्मेदारी निभा रहा हूं।' इस दौरान शमी ने जोर देकर कहा कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों को लगातार कड़ी मेहनत और अपने अंदर आग जलाए रखने की जरुरत है। उन्होंने कहा, 'हमें अपने अंदर आग जलाए रखने की जरुरत है। एक गेंदबाज के रूप में हम विकेट लेने के लिए बेक़रार रहते हैं जबकि बल्लेबाज रन बनाने के लिए। हमें हर दिन अपने खेल में सुधार करने की जरुरत है। मैं कड़ी मेहनत और पूरा समर्पण क्रिकेट में करना चाहता हूं।'