पिछले साल इंग्लैंड (England) के खिलाफ हुए लॉर्ड्स टेस्ट मैच में भारतीय टीम (Indian Team) के गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने बल्ले से अपना चमत्कार दिखाया था। शमी ने वहां फिफ्टी जमाई थी। उस पारी में इंग्लैंड के गेंदबाजों ने उनके खिलाफ हर तरह की गेंदों का इस्तेमाल किया था लेकिन शमी टिके रहे थे। शमी ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
इंडिया डॉट कॉम से बातचीत में शमी ने कहा कि वह कभी भी छोटी गेंदों से प्रभावित नहीं होते हैं और वास्तव में, चुनौती का आनंद लेते हैं। मैं शॉर्ट बॉल से कभी नहीं डरता था जैसा कि कई लोगों ने सोचा था। मैंने हमेशा अपनी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाया है और मैं बल्ले से ज्यादा से ज्यादा योगदान देने और टीम की मदद करने की कोशिश करता हूं।
मोहम्मद शमी ने यह भी कहा कि अगर मुझे शॉर्ट गेंद से डर लगता तो मैं लॉर्ड्स में वह अर्धशतक नहीं बना पाता। इसलिए मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता। रवि शास्त्री की जोशीली बात के बारे में सभी जानते हैं और वह वैसे ही बोलते हैं जैसे आप उन्हें कमेंट्री बॉक्स में देखते हैं। रवि शास्त्री में रत्ती भर भी नकारात्मकता नहीं है। उनकी सकारात्मकता ने टीम को प्रभावित किया और यह कुछ ऐसा है जो मेरे लिए सबसे अलग था।
गौरतलब है कि शमी गेंदबाजी के अलावा कुछ मौकों पर बल्लेबाजी करने में भी सक्षम रहे हैं। हालांकि ज्यादा ऐसा नहीं हुआ लेकिन वह बड़े शॉट खेल सकते हैं। पिछले साल इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम ने वहां दो टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की थी। सीरीज में भारतीय टीम 2-1 से आगे है और एक मैच होना बाकी है। बचा हुआ एक टेस्ट मैच कोरोना वायरस केस आने के कारण नहीं हुआ था। इस साल उस मैच को आयोजित कराने कई योजना है और कार्यक्रम में वह मुकाबला शामिल है।