भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) ने 2015 वर्ल्ड कप को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। शमी ने बताया कि 2015 वर्ल्ड कप से पहले वो किस तरह से इंजरी का शिकार थे और हर एक मैच के बाद इंजेक्शन लेने के लिए उन्हें हॉस्पिटल जाना पड़ता था।
मोहम्मद शमी की अगर बात करें तो 2015 वर्ल्ड कप के दौरान वो चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उन्होंने टूर्नामेंट में 7 मैच खेले थे और 17 विकेट चटकाए थे। शमी ने कई यादगार परफॉर्मेंस दिए थे और टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंची थी।
मैं हर एक मैच के बाद इंजेक्शन लेता था - मोहम्मद शमी
शमी ने अब खुलासा किया है कि किस तरह तब वो इंजरी का शिकार थे लेकिन इसके बावजूद देश के लिए खेलना जारी रखा। उन्होंने पूमा के एक इंटरव्यू के दौरान कहा,
2015 वर्ल्ड कप से पहले मेरे घुटनों में सूजन आ गई थी। मेरे पास दो ऑप्शन बचे थे। या तो मैं सर्जरी करा लेता और या फिर वर्ल्ड कप खेलने के बाद सर्जरी कराता। हर एक मैच के बाद टीम होटल जाती थी और मैं इंजेक्शन लेने के लिए हॉस्पिटल जाता था। जब आप देश के लिए खेलते हैं तो फिर सबकुछ भूल जाते हैं।
आपको बता दें कि मोहम्मद शमी ने वर्ल्ड कप 2023 के दौरान भी काफी जबरदस्त प्रदर्शन किया। वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने सात मुकाबलों में 10.70 की औसत से 24 विकेट अपने नाम किये और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 57 रन देकर सात विकेट लेना रहा। उन्होंने तीन बार पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट लेने का भी कारनामा किया।
मोहम्मद शमी को शुरुआती कुछ मैचों में बेंच पर ही बैठना पड़ा था लेकिन 19 अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या चोटिल होकर बाहर हो गए थे और इसके बाद शमी को मौका मिला।