तमिलनाडु में आईपीएल की तर्ज पर चल रही तमिलनाडु प्रीमियर लीग के दाैरान भारत को एक ऐसा तेज़तर्रार गेंदबाज मिला है, जो दोनों हाथों से गेंदबाजी करने में माहिर है। 18 साल के इस युवा गेंदबाज का नाम मोकित हरीहरण है। यह स्पिन गेंदबाज इन दिनों पूरे भारत में सुर्खियां बटोर रहा है। मोकित की इस खास गेंदबाजी का नजारा डिंडीगुल ड्रैगन्स और वीबी कांची वीरन्स के बीच मुकाबले में देखने को मिला। वीबी कांची वीरन्स की ओर से खेल रहे मोकित ने बाएं हाथ के बल्लेबाज को बाएं हाथ से गेंदबाजी की और दाएं हाथ के बल्लेबाज को दाएं हाथ से गेंदबाजी की। उन्होंने 4 ओवर में 32 रन दिए, हालांकि इस दौरान उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी। इस मैच में उनकी शानदार बैटिंग भी देखने को मिली, मोकित ने 50 गेंदों में नाबाद 77 रनों की पारी खेली, जिसमें 5 चाैके आैर 5 छक्के शामिल रहे।
दोनों हाथों से गेंदबाजी करने वाले मोकित अकेले खिलाड़ी नहीं है। क्रिकेट इतिहास में ग्राहम गूच (इंग्लैंड) और कामिंडु मेंडिस (श्रीलंका) भी इस प्रकार की गेंदबाजी कर चुके हैं। वहीं अक्षय कार्नेवार इस तरह का कारनामा करने वाले पहले भारतीय रहे हैं, जिन्होंने साल 2016 में विदर्भ की ओर से खेलते हुए ऐसा किया था। क्रिकेट के नियमों के मुताबिक कोई भी गेंदबाज एक ओवर में दोनों हाथों से गेंद फेंक सकता है लेकिन इसके लिए उसे अंपायर को जरूर बताना होगा। इसके अलावा तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले भारतीय मूल के खिलाड़ी निवेतन राधाकृष्णन भी दोनों हाथों से गेंदबाजी का हुनर रखते हैं। हाल ही में निवेतन को ऑस्ट्रेलिया की अंडर-16 टीम में खेलने का मौका मिला था। 2013 में उनके माता-पिता ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गए। इसके बाद उनका नाता ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट से जुड़ गया। बता दें कि निवेतन 14 साल की उम्र में तमिलनाडु प्रीमियर लीग में पर्दापण कर चुके हैं। पहली बार निवेतन की चर्चा तब हुई थी, जब उन्होंने 8 साल की उम्र में चेन्नई में खेले गए टीएनसीए के लोअर डिविजन लीग मैच में हैट्रिक ली थी।