इंडियन प्रीमियर लीग के मीडिया अधिकार खरीदने के लिए 20 से ज्यादा कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। 20 से ज्यादा कंपनियों ने अधिकार से जुड़े बोली दस्तावेज खरीदे हैं जिसको जमा करने की आखिरी तारीख 4 सितंबर है। पहले 28 अगस्त को ही बोली दस्तावेज जमा करने की आखिरी तारीख थी लेकिन बैंकों की छुट्टियों के चलते इसे आगे बढ़ाकर 4 सितंबर कर दिया गया है। जनवरी 2008 में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क ने 10 साल के लिए आईपीएल के प्रसारण अधिकार खरीदे थे। आईपीएल का 10वां सीजन इस साल खेला गया। इसके बाद फिर से आईपीएल के मीडिया अधिकार के लिए बोली लगाई जाएगी। सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आईपीएल के मीडिया अधिकार के लिए ई-नीलामी की मांग की थी जिससे इसमें और पारदर्शिता आए। नीलामी के लिए मुख्य रुप से स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, अमेजन सेलर्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और रिलायंस जियो डिजिटल के बीच मुकाबला है। इसके अलावा फॉलोऑन इंटरेक्टिव मीडिया, टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड, गल्फ डीटीएच, सुपरस्पोर्ट इंटरनेशनल, ग्रुपएम मीडिया इंडिया, इकोनेट मीडिया ग्रुप, स्काई यूके, ईएसपीएन डिजिटल मीडिया, बीटीजी लीगल सर्विस, डीएजेडएल पर्फोम ग्रुप, ट्विटर, फेसबकु, डिस्कवरी, एयरटेल, याहू समेत कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं। टूर्नामेंट के संस्थापक ललित मोदी ने ट्वीट कर आईपीएल के मीडिया अधिकार को लेकर हो रहे प्रतिस्पर्धा पर खुशी जाहिर की है। 29 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में इसको लेकर सुनवाई है। इसके बाद बोली कैसे लगाई जाएगी इस पर फैसला होगा। आईपीएल की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, यही वजह है कि दिग्गज से दिग्गज कंपनियां भी इसके प्रसारण अधिकार खरीदना चाहती हैं। डल्फ एंड फेल्पस के एक आंकलन के मुताबिक 2017 में टूर्नामेंट की वैल्यू बढ़कर 34 हजार करोड़ हो गई है जो कि 2016 के मुकाबले 26 प्रतिशत ज्यादा है। आईपीएल की ब्रांड वैल्यू को देखते हुए कहा जा सकता है कि इसके मीडिया अधिकार के लिए बड़ी बोली लगेगी। जिस तरह से बड़ी कंपनियों ने बोली दस्तावेज खरीदे हैं उसे देखकर यही लगता है कि इस बार आईपीएल के मीडिया अधिकार के लिए सबसे ज्यादा बोली लगेगी।