क्रिकेट में कई अनजाने और अनोखे रिकॉर्ड हमें देखने को मिलते रहते हैं। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय की शुरुआत 1971 में हुई थी और पहला वर्ल्ड कप 1975 में खेला गया था। इसके बाद दूसरा वर्ल्ड कप 1979 में खेला गया, जिसके फाइनल में एक ऐसा रिकॉर्ड बना जो आज तक टूट नहीं पाया है। उस मैच में 8 बल्लेबाज 0 पर आउट हुए थे, जो एक विश्व रिकॉर्ड है।
वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच 23 जून 1979 को लॉर्ड्स में वर्ल्ड कप का फाइनल खेला गया, जिसमें विंडीज ने मेजबानों को 92 रन से हराकर लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्ज़ा किया था। वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सर विवियन रिचर्ड्स के शानदार 138 रनों की मदद से 286/9 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 194 रन बनाकर ही ऑल आउट हो गई।
वेस्टइंडीज की पारी में 3 और इंग्लैंड की पारी में 5 बल्लेबाज खाता खोले बिना आउट हुए थे। वेस्टइंडीज के निचले क्रम के बल्लेबाज एंडी रॉबर्ट्स, जोएल गार्नर और माइकल होल्डिंग खाता नहीं खोल सके थे, वहीं इंग्लैंड की तरफ से डेविड गावर, वेन लारकिंस, क्रिस ओल्ड, बॉब टेलर और माइक हेंड्रिक खाता खोले बिना आउट हुए थे।
इसके अलावा वनडे क्रिकेट में 9 ऐसे मैच हुए हैं, जब कुल मिलाकर 7 बल्लेबाज खाता खोले बिना आउट हो गए। इन मैचों की लिस्ट इस प्रकार है -
ऑस्ट्रेलिया vs इंग्लैंड, 14 जनवरी 1980, सिडनी
पाकिस्तान vs वेस्टइंडीज, 25 फरवरी 1993, केपटाउन
पाकिस्तान vs वेस्टइंडीज, 20 जनवरी 1997, मेलबर्न
पाकिस्तान vs दक्षिण अफ्रीका, 28 मार्च 2000, शारजाह
कनाडा vs केन्या, 6 अगस्त 2006, टोरंटो
भारत vs ऑस्ट्रेलिया, 17 अक्टूबर 2007, मुंबई
ज़िम्बाब्वे vs श्रीलंका, 20 नवंबर 2008, हरारे
नीदरलैंड्स vs आयरलैंड, 9 जुलाई 2010, एम्स्टलवीन
अफगानिस्तान vs ज़िम्बाब्वे, 2 जनवरी 2016, शारजाह
अगर एक पारी में सबसे ज्यादा 0 की बात करें तो इसका रिकॉर्ड 6 का है, जो अभी तक 5 बार बना है। पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा 3 बार यह रिकॉर्ड बना है, वहीं दक्षिण अफ्रीका और ज़िम्बाब्वे ने एक-एक बार यह रिकॉर्ड बनाया है।