कप्तान द्वारा किसी एक टेस्ट सीरीज में बनाए गए सबसे ज्यादा रन

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू ही गयी है, जो तकरीबन एक महीने से भी ज्यादा दिनों तक चलेगी। दोनों टीमों के कप्तान मौजूदा समय के दुनिया सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। जहां ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्मिथ ने पुणे टेस्ट की पहली पारी में मात्र 27 रन बनाकर आउट हो गये हैं। वहीं कोहली को अभी बल्लेबाज़ी करना बाकी है। स्मिथ ने पाकिस्तान के खिलाफ 130 और 165 रन की पारी खेली थी। ऐसे में उनसे अभी आने वाले मैचों में काफी उम्मीदें हैं। कोहली भी उनसे कम नहीं रहे हैं, उन्होंने चार टेस्ट सीरीज में चार दोहरे शतक ठोंके हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ हुई सीरिज में तो 655 रन बनाये थे। जहां उनका औसत 109 से ज्यादा का रहा था। इसके बावजूद कोहली बतौर कप्तान टेस्ट सीरिज में सबसे ज्यादा रन नहीं बना पाए हैं। वह इस लिस्ट में नहीं हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको 5 क्रिकेटरों के बारे में बता रहे हैं:


गैरी सोबर्स (5 टेस्ट में 722 रन)

वेस्टइंडीज की टीम 1966 में इंग्लैंड के दौरे पर गयी थी। उस वक्त सोबर्स शानदार फॉर्म में थे। पहली पारी में ही सोबर्स ने वहां से मोर्चा संभाला जहाँ से कोनार्ड हंट (135) पर छोड़कर गये थे। बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने पहली पारी पचासा जड़ा तो दूसरी पारी में 161 रन की पारी खेली। इस मैच को वेस्टइंडीज ने एक पारी और 40 रन से जीत लिया था। उसके बाद दूसरे टेस्ट में सोबर्स ने नाबाद 163 रन की पारी खेली थी। उसके बाद तीसरे मैच में सोबर्स पहली पारी में 3 रन बनाकर आउट हो गये थे। लेकिन उसके बाद उन्होंने 94 रन की पारी खेली। उनकी टीम ये मुकाबला 139 रन से जीत गयी थी। चौथे टेस्ट में इस दिग्गज बल्लेबाज़ ने 174 रन की पारी खेली जिससे विंडीज एक पारी और 55 रन से विजयी हुआ। आखिरी मैच में इंग्लैंड विजेता बना था। लेकिन सोबर्स ने पहली पारी में 81 रन बनाये थे। उसके बाद वह दूसरी पारी में जीरो पर आउट हो गये थे। डेविड गोवर (6 टेस्ट में 732 रन) सन 1985 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड का दौरा किया था। उस सीरिज में इंग्लैंड की कप्तानी डेविड गोवर के कंधे पर थी। पहला टेस्ट इंग्लैंड ने 5 विकेट से जीत लिया था। लेकिन उसमें डेविड असफल रहे थे। दुसरे टेस्ट में गोवर ने पहली पारी में 86 रन बनाये। दूसरी पारी में वह असफल रहे ऑस्ट्रेलिया ने मुकाबला 4 विकेट से जीत लिया। तीसरा टेस्ट ड्रा हुआ लेकिन गोवर ने शानदार 166 और 17 रन की पारी खेली। सीरिज 1-1 से बराबरी पर थी। जिसके बाद इस बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने 215, 118 और 157 रन की पारियां खेली। जिससे इंग्लैंड ने दोनों मुकाबले जीतकर एशेज अपने नाम किया। सुनील गावस्कर(6 टेस्ट में 732 रन) 1970 और 80 के दरम्यान वेस्टइंडीज को सबसे खतरनाक टीम माना जाता था। ऐसे में बिना हेलमेट के खेलने वाले गावस्कर ने 6 टेस्ट मैच की सीरिज में 732 रन बनाये। मुंबई के इस बल्लेबाज़ ने 1978 की इस सीरिज में वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को क्लास बल्लेबाज़ी दिखाई। दूसरे मैच में गावस्कर जीरो पर भी आउट हुए, लेकिन उसके बाद उन्होंने 107, 187, 120 और 40 रन की पारियां इस सीरिज में खेली। चौथे मैच में गावस्कर असफल रहे लेकिन भारत ने मैच जीत लिया। यही मैच सीरिज में निर्णायक साबित हुआ और भारत ने सीरिज 1-0 से अपने नाम कर ली। ग्राहम गूच(3 टेस्ट 752 रन) सन 1990 में इंग्लैंड के दौरे पर गयी भारतीय टीम का स्वागत ग्राहम गूच ने कई शानदार पारियां खेली। पहले ही मैच में गूच ने 333 और 123 रन की बेहतरीन पारियां खेली थी। हालांकि भारतीय टीम ने चौथी पारी में 472 रन बनाये थे। जबकि पहली पारी में टीम 224 रन पर ऑलआउट हो गयी थी। दूसरा टेस्ट ड्रा रहा लेकिन गूच ने इस मैच में भी शानदार शतक और दूसरी पारी में 7 रन बनाये थे। तीसरे टेस्ट में भारतीय टीम ने रवि शास्त्री के 187 और कपिल देव के 110 रन की बेहतरीन पारियों के दम पर 606 रन बनाये। लेकिन गूच ने 85 और 88 रन की पारी खेलकर मैच को बचा लिया। साथ ही इंग्लैंड ने ये सीरिज 1-0 से जीत ली। डोनाल्ड ब्रेडमैन (5 टेस्ट 810 रन) 1936/37 में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। जहाँ ऑस्ट्रेलिया के कप्तान डोनाल्ड ब्रेडमैन थे। पहला टेस्ट गाबा में खेला गया था। ब्रेडमैन ने इस मैच में 38 और 0 रन बनाये। इस तरह इंग्लैंड ने इस मैच को 322 रन से जीत लिया। इंग्लैंड ने सिडनी में भी मैच जीत लिया और इस मैच में भी ब्रेडमैन दूसरी पारी में असफल रहे। जबकि पहली पारी में 82 रन उन्होंने बनाये थे। उस समय के आलोचक ये मानने लगे थे कि ऑस्ट्रेलिया के लिए ये एशेज सीरिज खत्म हो गयी है। तीसरे मैच में ब्रेडमैन ने पहली पारी में 13 रन बनाये थे। उसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने 270 रन ठोंककर इंग्लैंड के सामने 689 रन का लक्ष्य रखा। जिसे इंग्लैंड हासिल नहीं कर पाया। चौथे टेस्ट में भी तीसरे टेस्ट की कहानी दोहराई गयी, ब्रेडमैन पहली पारी में असफल रहे। लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने दोहरा शतक ठोंका। उनकी टीम एक बार फिर मुकाबला जीत गयी। पांचवें टेस्ट में ब्रेडमैन एक बार फिर ब्रेडमैन ने 169 रन की पारी खेली जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 604 रन का स्कोर बनाया। इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 200 रन और एक पारी से जीत लिया था।