इंजमाम-उल-हक
पाकिस्तान के महान कप्तान इंजमाम-उल-हक ने विश्वकप 1992 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में 37 गेंदों में 60 रन की पारी खेलकर दुनिया को अपने आगमन का संकेत दे दिया था। इंजी की इस पारी के बदौलत पाकिस्तान ने वैश्विक स्तर पर कोई बड़ा टूर्नामेंट पहली बार जीता था। यही नहीं इंजी की ये फॉर्म लगातार जारी रही और कई वर्षों तक वह वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ भी बने रहे। इन दोनों विश्वकप के दरमियां उन्होंने 79 मैचों में 41.79 के औसत से 2675 रन बनाये। जिसमें 2 शतक और 21 अर्धशतक शामिल थे। इंजमाम की सबसे बड़ी खासियत ये थी कि वह बड़े शॉट से रन बनाना ज्यादा पसंद करते थे। उहोने 225 चौके और 29 छक्के लगाते हुए अरविन्द डिसिल्वा की बराबरी भी की। पाकिस्तान की जीत में इंजमाम की भूमिका सबसे अहम मानी जाती थी।