इस वक्त टी-20 फॉर्मेट क्रिकेट का सबसे लोकप्रिय फॉर्मेट है। घरेलू क्रिकेट में टी-20 क्रिकेट सबसे ज्यादा खेला जाता है। वास्तव में घरेलू स्तर पर पूरी दुनिया में काफी टी-20 क्रिकेट खेली जाती है। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर इसकी संख्या अधिकतम 15 ही होगी। टेस्ट और वनडे को छोड़कर टी-20 क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी ने अभी तक एक कैलेंडर वर्ष में एक हजार रन नहीं बनाये हैं। 500 रन भी काफी हैं क्योंकि मैचों की कमी की इसकी वजह है। आश्चर्य की बात ये है कि जहाँ क्रिस गेल टी-20 के बादशाह माने जाते हैं, तो वहीं उनका नाम अंतिम 5 में नहीं है। हालाँकि इस लिस्ट में 2 भारतीय हैं। अब देखना दिलचस्प है कि नम्बर एक कौन है? #5 शब्बीर रहमान(2016) इस लिस्ट में शब्बीर रहमान का नाम होना सबको हैरत में डालता है। लेकिन सिर्फ रोहित शर्मा ने रहमान से ज्यादा टी-20 मैच इस साल खेले हैं। वह भले ही लगातार अच्छा न खेले हों, फिर भी वह इस लिस्ट में स्थान पाना डिजर्ब करते हैं। सब्बीर रहमान ने एशिया कप में, टी-20 वर्ल्डकप के क्वालीफाई मुकाबलों में और टी-20 वर्ल्ड में शानदार प्रदर्शन करते आये हैं। सब्बीर रहमान ने इस साल 2 अर्धशतक की मदद से 450 रन बनाये हैं। भले ही उन्होंने कम अर्धशतक लगाये हों लेकिन अगर बांग्लादेश कई और टी-20 मैच इस साल खेला तो वह इस लिस्ट में ठीकठाक स्थान हासिल कर सकते हैं। #4 तिलकरत्ने दिलशान (2009) और विराट कोहली(2012) श्रीलंका के दिलशान और विराट कोहली ने एक कैलेंडर वर्ष में 471 रन बनाये हैं। हालाँकि दिलशान इस लिस्ट में एक ही बार जगह बना पाए हैं, जबकि कोहली इस लिस्ट में एक बार और दिखाई देंगे। दोनों खिलाड़ियों ने ये उपलब्धि दो अलग-अलग वर्षों में हासिल की है। दिलशान(12) ने ये रन कोहली(14) से कम मैच खेलकर, साथ ही बेहतर औसत और ज्यादा अर्धशतकों(दिलशान-5 व कोहली-4) की मदद से बनाये हैं। इस साल किसी भी खिलाड़ी ने एक भी शतक नहीं बना पाया था। दिलशान ने इस कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाये जो कई सालों तक बरकरार रहा। साथ ही उनके बाद किसी अन्य श्रीलंकाई खिलाड़ी ने ये कारनामा नहीं किया है। #3 मार्टिन गुप्टिल जो टीम ज्यादा टी-20 मैच नहीं खेलती है उसके खिलाड़ी को टी-20 के कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाना कठिन काम है। खासकर जब एक दौरे में तकरीबन एक से दो महीने का गैप हो। तो ये और ज्यादा कठिन हो जाता है। निरंतर रन बनाना टी-20 में काफी कठिन काम है। क्योंकि इस खेल में ज्यादा समय नहीं होता है। हालाँकि टी-20 वर्ल्डकप में खिलाड़ियों को कई मैच खेलने को मिल जाते हैं। ऐसे में खिलाड़ी रन बना सकता है। मार्टिन गुप्टिल ने इस मौके का बेहतरीन तरीके से फायदा उठाया था। साल 2012 में उन्होंने 472 रन बनाकर दिलशान के रिकॉर्ड को तोड़ा था। इस साल इस कीवी बल्लेबाज़ ने 13 टी-20 मैच खेले थे, जिसमें 47.2 के औसत और 130 के स्ट्राइक रेट से 472 रन बनाये थे। इस दौरान उनके बल्ले से मात्र दो अर्धशतक निकले थे। हालाँकि उन्होंने एक शतक ठोंका था। #2 रोहित शर्मा (2016) इस लिस्ट में विराट कोहली के बाद रोहित शर्मा दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। इस लिस्ट में शामिल सभी खिलाड़ियों से ज्यादा मैच रोहित ने ही खेले हैं। सबसे खराब औसत के बावजूद भी भारत का ये सलामी बल्लेबाज़ इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं। 30 का औसत कोई बहुत प्रभावी नहीं है लेकिन रोहित ने मैच भी ज्यादा खेले हैं। रोहित ने एक खिलाड़ी को छोड़कर सबसे ज्यादा रन बनाया था। रोहित ने 18 मैच में 83 के सर्वाधिक स्कोर के साथ 497 रन इस साल बनाये हैं। वहीं भारत को इस साल अभी कोई भी टी-20 मैच नहीं खेलने हैं। ऐसे में हो सकता है रोहित का ये स्थान साल के अंत छिन सकता है। हालाँकि वह अभी टी-20 के इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। हालाँकि का उनका रिकॉर्ड इस साल के अंत तक बांग्लादेश के सब्बीर रहमान तोड़ सकते हैं। क्योंकि वह मात्र 34 रन ही पीछे हैं। #1 विराट कोहली (2016) हाल ही में हुए वेस्टइंडीज में के खिलाफ ही विराट का बल्ला भले ही न चला हो, लेकिन इससे पहले उनका बल्ला काफी चला है। विराट की निरंतर रन बनाने की क्षमता से वह आज टी-20 के बादशाह हैं। उन्होंने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए टी-20 में 500 से अधिक रन बनाये हैं। विराट कोहली को अब साल के अंत तक एक भी टी-20 मैच नहीं खेलने हैं। लेकिन उन्होंने इतने रन बना दिए हैं, जहाँ तक पहुंचना नामुमकिन सा है। जहाँ किसी बल्लेबाज़ ने 500 रन नहीं बनाये हैं वहीं विराट ने साल 2016 में 641 रन बनाकर पहला स्थान हासिल कर लिया है। इस साल विराट ने मात्र 15 मैच खेले हैं, लेकिन उनके नाम सात अर्धशतक दर्ज हैं। जबकि उन्होंने मात्र 13 पारियां ही खेली हैं। उनका औसत कमाल का रहा है। एक बार उनके रन का रिकॉर्ड टूट सकता है, लेकिन उनका औसत पाना बहुत बड़ी चुनौती है। हो सकता है इसे आने साल तक कोई न हासिल कर पाए।