सचिन तेंदुलकर ने उस पीढ़ी में ज्यादातर क्रिकेट खेला जब टेस्ट मैचों को क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ प्रारूप माना जाता था। 1989 में अपनी अंतरराष्ट्रीय शुरुआत करने वाले सचिन को सबसे लंबे प्रारूप से एकदिवसीय क्रिकेट में ढलने में करीब 5 सालों का वक़्त लग गया। सचिन ने 1994 में एकदिवसीय मैचों में सलामी बल्लेबाज़ी शुरू की और कोलंबो में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 110 रन बनाकर अपना पहला एकदिवसीय शतक बना दिया, मास्टर ब्लास्टर ने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 22 साल और 91 दिनों के एकदिवसीय करियर के दौरान उन्होंने 463 मैचों में 44.83 की औसत से 18,426 रन बनाये और सिर्फ एक शतक से शतकों का अर्धशतक बनाने से चूक गए। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों का पहला दोहरा शतक भी उन्होंने ही बनाया था। 24 फरवरी 2010 को सचिन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में 200 रनों की नाबाद पारी खेली थी। हालांकि, उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए काफी 4 साल हो गए लेकिन आज भी बल्लेबाजों की तुलना सबसे पहले उनके आंकड़ों से ही होती है। आज हम 5 ऐसे बल्लेबाजों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने सचिन तेंदुलकर के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक रन बनाए हैं: (सभी आंकड़ें 16 नवंबर 2013 से 1 दिसंबर 2017 के बीच के हैं) #5 केन विलियमसन (न्यूज़ीलैंड) न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने पिछले चार सालों में 71 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 51.68 के औसत से 3,411 रन बनाए हैं। हालांकि, कीवी बल्लेबाज ने अपने पूरे करियर के दौरान शानदार बल्लेबाजी की है लेकिन साल 2015 कुछ खास ही था। विलियमसन के 6 एकदिवसीय शतकों में से 3 2015 में आए थे और वह एक कैलेंडर वर्ष में 2000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले पहले न्यूजीलैंड के बल्लेबाज भी बने थे। नौवें क्रिकेट विश्वकप में विलियम्ससन ने 33.42 की औसत से 234 रन बनाए थे। तेंदुलकर के संन्यास के बाद, विलियमसन का सर्वोच्च एकदिवसीय स्कोर 123 रन रहा है जो उन्होंने अबू धाबी के शेख ज़ेड स्टेडियम में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। ब्रेंडन मैकुलम के उत्तराधिकारी विलियमसन ने सीरीज के चौथे एकदिवसीय मैच में शतक बनाया और उनकी इस पारी की वजह से कीवी टीम ने 5 विकेट पर 299 रन बनाए थे। पाकिस्तान ने पहले मैच जीतने की ओर अग्रसर थे लेकिन उनकी पारी 8 विकेट पर 292 रन रुक गयी, दिसंबर 2014 में न्यूज़ीलैंड ने इस जीत के साथ ही न्यूज़ीलैंड ने सीरीज में बराबरी हासिल कर ली थी। #4 क्विंटन डी कॉक (दक्षिण अफ्रीका) फ़रवरी 2017 में डी कॉक सबसे तेज़ और सबसे कम उम्र में 3000 एकदिवसीय रन बनाने वाले खिलाड़ी बने थे। जहां डी कॉक ने यह रिकॉर्ड 74 पारियों में बनाया वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा करने के लिए 90 पारियां ली थी। जनवरी 2013 में अपना एकदिवसीय पदार्पण करने वाले डिकॉक ने अभी तक 78 मैचों में 96.38 के स्ट्राइक रेट से 3,488 रन बनाए हैं। लगातार 3 मैचों में 3 शतक जमाने वाले डी कॉक ने सचिन के संन्यास के बाद से अभी तक 12 शतकीय पारियां खेली है। उनकी सबसे बड़ी पारी 178 रनों की रही हैं जिसे उन्होंने 133 गेंदों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सुपरस्पोर्ट्स पार्क, सेंचुरियन में बनाया था। जीत के लिए आवश्यक 295 रनों को मेजबान टीम ने डी कॉक की पारी की बदौलत 14.3 ओवर पहले ही हासिल कर लिया। एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में अभी तक 35 खिलाड़ियों में से 11 शतक तक पहुंचे हैं जिसमें डी कॉक ने सबसे कम मैचों में यहां पहुंचने में सफल रहे हैं। उन्होंने 65 मैचों में 11 शतक बनाये हैं जबकि उनके बाद उनके सलामी जोड़ीदार हाशिम अमला है जिन्होंने 11 शतक बनाने के लिए 66 मैच लिये थे। #3 एबी डीविलियर्स (दक्षिण अफ्रीका) दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डीविलियर्स ने वनडे मैचों में 119.09 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है और अपने देश के लिए सबसे तेज 10 शतकों में से 8 शतक उनके ही हैं। डीविलियर्स ने सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद से खेले 72 एकदिवसीय मैचों में 3505 रन बनाये हैं, जिसमें 10 शतकीय पारियां शामिल है। 2015 में डीविलियर्स ने जोहान्सबर्ग में वेस्टइंडीज के खिलाफ 44 गेंदों में 149 रन बनाये थे। इस पारी के दौरान सिर्फ 31 गेंदों पर शतक बनाकर उन्होंने सबसे तेज एकदिवसीय शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। इस पारी की सबसे बड़ी खासियत थी कि वह इस मैच में 39वें ओवर में बल्लेबाजी करने आये थे। फिर, फरवरी 2017 में 33 साल की उम्र में डिविलियर्स ने 205 पारियों में 9000 एकदिवसीय रन पूरे किए और भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के 228 पारियों में 9000 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। हालांकि, इस रिकॉर्ड को विराट कोहली ने 29 अक्टूबर को अपने नाम दर्ज करा लिया। मिस्टर 360 यहीं नहीं रुके, उन्होंने 104 गेंदों पर 176 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल अपना सर्वोच्च स्कोर भी बनाया। 18 अक्टूबर 2017 को डीविलियर्स ने 15 चौके और 7 छक्के वाली इस पारी की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने बांग्लादेश के सामने 354 के विशाल लक्ष्य रखा और अंत में 104 रनों से मैच भी जीत लिया। #2 हाशिम अमला (दक्षिण अफ्रीका) दक्षिण अफ्रीका के रन-मशीन हाशिम अमला ने पिछले 4 सालों में विराट कोहली से कई एकदिवसीय रिकॉर्ड छीन लिए हैं। अक्टूबर 2017 में, अमला ने क्विंटन डी कॉक के साथ एक रिकॉर्ड साझेदारी बनाई और इस वजह से दक्षिण अफ्रीका ने बांग्लादेश को 10 विकेट से हरा दिया। इसी बीच अमला ने अपना 26 वां वनडे शतक जड़ा और 154 पारियों में इस उपलब्धि को हासिल कर सबसे कम पारियों में ऐसा करने वाले बल्लेबाज बन गए और भारतीय कप्तान के 166 पारियों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इसके अलावा अमला ने एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज 7000, 6000, 5000, 4000, 3000 और 2000 रन बनाये हैं, ऐसा करने के लिए उन्होंने क्रमशः 151, 123, 101, 81, 57 और 40 पारियां ली है। पिछले 4 सालों में अमला ने 79 एकदिवसीय मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 15 शतकीय पारियों के साथ 3647 रन बनाए हैं। इस 34 वर्षीय सर्वोच्च एकदिवसीय स्कोर भी इसी बीच आया है। आयरलैंड के खिलाफ मैनुका ओवल में उनकी 128 गेंदों पर 159 की पारी की वजह से दक्षिण अफ्रीका ने 411/4 का स्कोर बनाया था, जो 2015 के आईसीसी विश्वकप का सबसे बड़ा स्कोर था। अमला और कोहली सबसे कम पारियों में 50 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने के मामले में संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं। #1 विराट कोहली (भारत) नवंबर 2017 में विराट कोहली ने 889 अंकों के साथ आईसीसी बल्लेबाजों के लिए एकदिवसीय रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल किया और यह अंक भारतीय बल्लेबाजों में सर्वाधिक है। वहीं 2017 में अभी तक वो 1460 एकदिवसीय रन बना चुके हैं जो एक कैलेंडर साल में किसी भी कप्तान का सर्वाधिक रन है। न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त सीरीज में इस 29 वर्षीय बल्लेबाज ने तीन मैचों में 2 दो शतक बनाकर अपने एकदिवसीय शतकों की संख्या को 32 पहुंचा दिया है। उनके आगे अब सिर्फ सचिन तेंदुलकर ही हैं जिनके 49 एकदिवसीय शतक हैं। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीरीज के अंतिम मैच में कोहली सबसे तेज 9000 बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए। उन्होंने यह कारनामा 194 पारियों में कर एबी डीविलियर्स के 205 पारियों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद से कोहली ने 83 मैचों में 4111 रन बनाए हैं जिसमें 15 शतक और 19 अर्धशतक शामिल है। इस बीच कोहली का सर्वोच्च स्कोर 154 रहा है जिसे उन्होंने 134 गेंदों पर 2016 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मोहाली में बनाया था और महेंद्र सिंह धोनी के साथ 151 रनों की साझेदारी बनाकर न्यूजीलैंड के दिए लक्ष्य 286 को 10 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। लेखक- तान्या रुद्र अनुवादक- ऋषिकेश सिंह