क्रिकेट में बल्लेबाजी क्रम में नंबर 6 स्लॉट को आमतौर पर एक फिनिशर या ऑलराउंडर के लिए जाना जाता है। वनडे क्रिकेट में नंबर 6 के क्रम पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी से टीम को आखिरी ओवरों में तेज रन स्कोर करने की उम्मीद होती है। इसके अलावा इस क्रम पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी से टीम को गेंदबाजी में भी अच्छे प्रदर्शन की आस होती है। कुछ मुश्किल हालातों में नंबर 6 के क्रम पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी से ये उम्मीद की जाती है कि वो डटकर विरोधी गेंदबाजों का सामना करे और अपनी टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी को पूरा करे। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों में माइकल बेवन और माइकल हसी दो ऐसे खिलाड़ी थे जो वनडे क्रिकेट में बेहतरीन फिनिशर के तौर पर जाने जाते थे। इसके अलावा इमरान खान जैसे महान आलराउंडर खिलाड़ी ने भी नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए कई यादगार पारियां खेली हैं। भारतीय क्रिकेट इतिहास ऐसे खिलाड़ियों से भरा पड़ा है जिन्होंने नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए कई यादगार पारियां खेली है। आइए जानते हैं भारतीय क्रिकेट के बेस्ट 6 खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए अपनी छाप छोड़ी है:
#6 अजय जडेजा
1990 के मध्य में अजय जडेजा भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के स्थायी सदस्य थे। रॉबिन सिंह के साथ मिलकर वो टीम के लिए कई बार रक्षात्मक या आक्रामक तरीके से बल्लेबाजी किया करते थे। जडेजा निचले मध्य क्रम में बल्लेबाजी किया करते थे और टीम को स्थिरता प्रदान करने में अपनी भूमिका निभाया करते थे। अजय जडेजा ने 43 पारियों में खेलते हुए नंबर 6 पर बल्लेबाजी की है। इस दौरान दाएं हाथ के बल्लेबाज जडेजा ने 37.83 की औसत और करीब 76 की स्ट्राइक रेट से 1324 रन बनाए हैं। इसके साथ ही अपने वनडे करियर के सर्वाधिक स्कोर 119 रन को भी उन्होंने इस नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बनाया है। इसके साथ ही उन्होंने नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए कई यादगार पारियां भी खेली हैं। इनमें से साल 1996 में हुए विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई उनकी पारी काफी यादगार रही थी, जब उन्होंने 25 गेंदों में 45 रनों की तेज पारी खेली थी।
#5 रॉबिन सिंह
फील्डिंग के मामले में रॉबिन सिंह भारत के जॉन्टी रोड्स थे। 1990 के दौरान रॉबिन सिंह भारतीय वनडे क्रिकेट की जान थे। रॉबिन सिंह भारतीय टीम में कपिल देव के स्थान के लिए बिल्कुल परफेक्ट बैठते थे। अपने एकदिवसीय करियर में नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए रॉबिन सिंह ने 65 पारियां खेली। इनमें उन्होंने लगभग 26 की औसत और 74 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 1325 रन बनाए। अपने करियर में बनाए 50+ स्कोर में 9 में से पांच उन्होंने 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए। हालांकि, उनके आंकड़े कुछ खास नहीं हैं लेकिन 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने कई बार विपरीत हालात में टीम को संभाला है और प्रभावशाली प्रदर्शन को अंजाम दिया है।
#4 कपिल देव
कपिल देव भारत के महान ऑलराउंडर के तौर पर जाने जाते हैं। कपिल देव अपने गौरवशाली करियर के दौरान भारत के लिए वास्तविक मैच विजेता थे। बल्ले और गेंद के साथ मिलकर उन्होंने टीम के लिए कई बार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात भी नहीं है कि भारत अभी तक कपिल देव जैसे शानदार खिलाड़ी का उत्तराधिकारी नहीं खोज पाया। कपिल देव के संन्यास लेने के 25 साल बाद भी भारतीय क्रिकेट टीम की उनके जैसे खिलाड़ी की तलाश है। 'हरियाणावी तूफान' कपिल देव ने अपने करियर में नंबर 6 और नंबर 7 पर सबसे ज्यादा बल्लेबाजी की है। नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 70 पारियां खेली हैं। इस दौरान उन्होंने 26.60 की बल्लेबाजी औसत और 75 की स्ट्राइक रेट से 1383 रन बनाए। वहीं 1983 के विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली गई कपिल देव की नाबाद 175 रनों की पारी आज तक किसी भी भारतीय के जरिए वनडे क्रिकेट में खेली गई सबसे यादगार पारियों में से एक है।
#3 सुरेश रैना
कप्तान के रूप में एमएस धोनी का कार्यकाल भारतीय क्रिकेट के स्वर्ण युग के रूप में माना जाता है। इस दौरान कई खिलाड़ियों ने भारतीय क्रिकेट टीम में डेब्यू किया लेकिन कोई भी खिलाड़ी सुरेश रैना जितनी सफलता हासिल नहीं कर पाया। पिछले 10 सालों से सुरेश रैना टीम के लिए बेहतरीन स्टोक्स खेलने वाले खिलाड़ी के तौर पर पहचान बनाए हुए हैं। हालांकि सुरेश रैना ने साल 2005 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, लेकिन रैना ने धोनी की कप्तानी में खुद को आगे बढ़ाया। रैना ने नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए 61 एकदिवसीय पारियां खेली हैं। इसमें 35 की औसत से उन्होंने 1706 रन अपने नाम किए हैं। किसी भी खिलाड़ी के लिए औसत से ज्यादा स्ट्राइक रेट मायने रखती है। नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए रैना की स्ट्राइक रेट 94 रही है। यह उन खिलाड़ियों के लिए मिसाल भी पेश करता है जो नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हैं।
#2 युवराज सिंह
पंजाब के शेर युवराज सिंह को निचले क्रम में एक घातक बल्लेबाज के रूप में माना जाता है। निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए युवराज सिंह अपने बल्ले से रनों की बरसात करने लग जाते हैं। साल 2002 में खेली गई नाटवेस्ट ट्रॉफी जीत भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार क्षणों में से एक है। इस ट्रॉफी के फाइनल में युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ की शानदार बल्लेबाजी के बूते भारत को बेहतरीन जीत नसीब हुई थी। युवराज सिंह ने अपने शानदार करियर में नंबर 4, 5 और 6 पर बल्लेबाजी की है। वहीं नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए युवराज सिंह ने 59 एकदिवसीय पारियां खेली हैं। जिसमें उन्होंने 37 की औसत और 84.50 की स्ट्राइक रेट से 1799 रन बनाए हैं। हालांकि युवराज वर्तमान में टीम से बाहर हैं लेकिन मध्य क्रम में उनके जरिए दिए गए योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है।
#1 महेंद्र सिंह धोनी
नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने कई यादगार पारियां खेली हैं और नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए धोनी काफी सफल भी साबित हुए हैं। हालांकि अपने एकदिवसीय करियर में धोनी ने नंबर 6 के अलावा नंबर 5 पर भी काफी पारियां खेली हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए निचले क्रम पर खेलते हुए धोनी ने कई बार टीम को मुश्किल हालात में संभाला है। धोनी एक बेहतरीन मैच फिनिशर के तौर पर भी जाने जाते हैं। नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए धोनी ने 124 पारियां खेली हैं। इस दौरान उन्होंने 47 की औसत और 84 के करीब स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 3987 रन बनाए हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई उनकी 139 रन की पारी भी कुछ यादगार पारियों में से एक हैं, जब धोनी ने भारतीय टीम के 76 रन के स्कोर पर 4 विकेट गिर जाने के बाद भी टीम को संभाला और मजबूती प्रदान करते हुए टीम का स्कोर 9 विकेट के नुकसान पर 303 रन पहुंचा दिया था। लेखक: कार्तिक सेठ अनुवादक: हिमांशु कोठारी