क्लिंट मैके ने अपने दूसरे ही सीरीज में 14 विकेट लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में धमाकेदार शुरुआत की थी। 2009-10 पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के पहले तीन वनडे में तीन विकेट लिए। उन्होंने इस सीरीज में बेतरीन लाइन-लेंथ से गेंदबाजी की और बीच के ओवरों में विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को बांध कर रखते थे। हालांकि चौथे मैच में मैके केवल एक विकेट ले पाये, लेकिन इसके लिए उन्होंने सात ओवर में सिर्फ 16 रन खर्च किया। सीरीज के अंतिम मैच में मैके ने फिर से कमाल दिखाते हुए अपने कैरियर का सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा दर्ज किया और पहली बार एक पारी में चार विकेट लिए। दाएं हाथ के इस मध्यम तेज गेंदबाज ने इस सीरीज के पांच मैचों में 14 विकेट लिया और ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान का 5-0 से सूपड़ा-साफ दिया।