मलिंगा की तरह जसप्रीत बुमराह का भी गेंदबाजी एक्शन गैर परंपरागत और अजीब है। लेकिन अपने इसी गेंदबाजी एक्शन के कारण वह डेथ ओवरों के सबसे प्रभावी गेंदबाज बन कर उभरे हैं। अभी हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ बुमराह ने टीम इंडिया के मुख्य गेंदबाजों उमेश यादव और मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति में बेहतरीन प्रदर्शन किया और पांच मैचों की सीरीज में 15 विकेट लेकर एक विश्व रिकॉर्ड कायम किया। श्रृंखला के पहले मैच में दो और दूसरे मैच मैच में चार विकेट लेकर बुमराह ने विपक्षी टीम की कमर ही तोड़ दी और भारत दोनों मैच आसानी से जीत गया। हालांकि बुमराह का सर्वश्रेष्ठ आना अभी बाकी था और तीसरे मैच में पांच बल्लेबाजों को आउट कर उन्होंने अपना पहला पांच विकेट हॉल पूरा किया। बुमराह के इस घातक गेंदबाजी की बदौलत श्रीलंका 50 ओवरों में केवल 217 रन पर ही सिमट गई। अंतिम दो मैचों में भी बुमराह ने दो-दो विकेट लिए और भारत 5-0 से क्लीन स्वीप करने में सफल रही। इस तरह सीरीज में बुमराह ने 15 विकेट लेकर विश्व रिकॉर्ड बनाया लेकिन उससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह बात रही कि बुमराह इस सीरीज के बाद और अधिक परिपक्व गेंदबाज के रूप में उभरे। मूल लेखक - चैतन्य हालगेकर अनुवादक - सागर