इस बात में किसी को शक नहीं होना चाहिए कि महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के बादशाह हैं। अपने डेब्यू के कुछ समय बाद ही भारतीय टीम में अपना स्थान पक्का कर लेने वाले धोनी ने कप्तान के रूप में 2 विश्वकप जीते हैं। 2007 वर्ल्ड टी-20 और 2011 क्रिकेट विश्वकप में धोनी ही भारत के कप्तान थे।
2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके धोनी अभी भी वनडे और टी20 मैचों में टीम के अभिन्न अंग हैं। सभी को उम्मीद है कि धोनी अभी कुछ साल भारत के लिए और क्रिकेट खेलेंगे। ऐसे में कई रिकॉर्ड हैं तो धोनी का इंतजार कर रहे हैं। आज हम आपको उन्हीं रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें संन्यास लेने से पहले महेंद्र सिंह धोनी अपने नाम कर सकते हैं।
सभी आंकड़े एशिया कप 2018 फाइनल तक के
#1 वनडे मैचों में विकेट के पीछे सबसे ज्यादा शिकार
बढती उम्र की वजह से पिछले कुछ समय में बल्ले से जरुर धोनी का फॉर्म नीचे गया है लेकिन उनकी विकेटकीपिंग पर इसका कोई असर नहीं हुआ है। बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप फाइनल में भी उन्होंने पलक झपकते ही 2 बल्लेबाजों को स्टंप कर दिया।
वनडे करियर में धोनी ने विकेट के पीछे 419 शिकार किये हैं। इसमें 306 कैच और 113 स्टंपिंग शामिल है। वनडे मैचों में विकेट के पीछे सबसे ज्यादा शिकार का रिकॉर्ड श्रीलंका के दिग्गज कुमार संगकारा के नाम दर्ज है। उन्होंने 383 कैच और 99 स्टंपिंग समेत 482 शिकार किये थे। धोनी के पास उनका रिकॉर्ड तोड़ने का मौका है।
#2 वनडे में सबसे ज्यादा कैच
वनडे मैचों में स्टंपिंग के मामले में धोनी 113 स्टंपिंग के साथ पहले स्थान पर हैं लेकिन कैच के मामले में उनका स्थान चौथा है। 322 पारियों में धोनी ने 306 कैच लपके हैं। इस मामले में 281 पारी में 417 कैच के साथ ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट पहले स्थान पर हैं।
गिलक्रिस्ट के बाद मार्क बाउचर और कुमार संगकारा का नंबर आता है। धोनी भले ही गिलक्रिस्ट से 111 कैच पीछे हों लेकिन वो इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।
#3 सबसे ज्यादा टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच
महेंद्र सिंह धोनी को दुनिया का सबसे बेहतरीन कप्तान की पहचान दिलाने में टी-20 क्रिकेट का बहुत बड़ा हाथ है। 2007 टी20 विश्वकप से पहले उन्हें पहली बार कप्तानी मिली थी और भारतीय टीम चैंपियन बन गई। धोनी ने अभी तक 93 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
वर्तमान में खेल रहे खिलाड़ियों में शोएब मलिक 103 मैचों के साथ सबसे ऊपर हैं। अब देखने वाली बात है कि दोनों ही खिलाड़ियों में पहले कौन संन्यास लेता है। अगर मलिक पहले क्रिकेट छोड़ देते हैं तो धोनी के पास यह रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका रहेगा।
#4 विकेटकीपर के रूप में सबसे ज्यादा वनडे मैच
जैसा कि हम पता है सचिन तेंदुलकर ने सबसे ज्यादा 463 वनडे मैच खेले हैं। हालाँकि, 327 मैच खेलने वाले धोनी के लिए सचिन के पास पहुंचना लगभग नामुमकिन ही है। इसके बावजूद उनके पास विकेटकीपर के रूप में सबसे ज्यादा वनडे मैच खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका है।
श्रीलंका के कुमार संगकारा ने विकेटकीपर के रूप में 360 वनडे मैच खेले हैं। धोनी उनसे 33 मैच पीछे हैं और वह 2019 के अंत तक भी लगातार खेलते हैं तो आसानी से संगकारा से आगे निकल जाएंगे।
#5 50 की औसत से 10 हजार बनाकर संन्यास लेने का मौका
वनडे क्रिकेट में अभी तक धोनी के अलावा 11 बल्लेबाजों ने 10 हजार से ज्यादा रन बनाये हैं। इसमें सबसे मजेदार बात यह है कि ये सभी बल्लेबाज क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। इन सभी बल्लेबाजों में किसी का औसत 45 का भी नहीं है। सचिन तेंदुलकर ने सबसे बेहतरीन 44.83 की औसत से रन बनाये हैं।
महेंद्र सिंह धोनी के अभी तक 327 मैच में 50.61 की औसत से 10,123 रन बनाये हैं। अगर वह इसी औसत से रन बनाते रहे और क्रिकेट से संन्यास ले किया तो रिकॉर्ड कायम हो जाएगा। वह 50 की औसत से 10 हजार से ज्यादा रन बनाकर क्रिकेट छोड़ने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन जाएंगे।