MS Dhoni Statement on Social Media and PR: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो सोशल मीडिया का इस्तेमाल बिल्कुल ना के बराबर करते हैं। हालांकि, इसके बावजूद धोनी की फैन फॉलोइंग काफी तगड़ी है। फैंस उनकी झलक पाने के लिए हमेशा आतुर रहते हैं। लेकिन मौजूदा समय के जितने क्रिकेटर भी हैं, वो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। इसी सोशल मीडिया जेनेरेशन को धोनी ने एक खास संदेश दिया है।
एक इवेंट पर बोलते हुए धोनी ने सोशल मीडिया से दुरी बनाए रखने की वजह बताई। पूर्व भारतीय कप्तान ने बताया कि उन्हें कभी भी सोशल मीडिया का ज्यादा प्रयोग करने का शौक नहीं रहा है। शुरू से ही मेरे अलग-अलग मैनेजर्स रहे हैं और सभी का एक ही सुझाव था कि मुझे सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहना चाहिए। जिससे फैंस से जुड़े रहा जा सके। लेकिन धोनी के लिए क्रिकेट ही उनकी पहली प्राथमिकता रहा। उन्होंने कभी इसे सोशल मीडिया से अधिक महत्वपूर्ण नहीं माना।
अच्छा खेलने वालों को पीआर की जरूरत नहीं होती- एमएस धोनी
बता दें कि धोनी ने 2004 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। तब ट्विटर इतना ज्यादा फेमस नहीं था। इंस्टाग्राम उसके बाद आया। सभी मैनेजर्स मुझे लगातार यह कहते रहे कि मैं सोशल मीडिया ज्यादा सक्रिय रहूं। लेकिन मैंने सोचा, अगर मैं अच्छा क्रिकेट खेलता हूं, तो मुझे पीआर की जरूरत नहीं है।
इसी के साथ धोनी ने एक और मजेदार बताई कि उन्हें समझ नहीं आता कि सोशल मीडिया पर क्या पोस्ट करूं और क्या नहीं। मैं फैंस से उस बात को जरूर शेयर करता हूं, जो जरूरी होती है। मैं ये नहीं देखता कि सोशल मीडिया पर किसके कितने फॉलोअर्स और कौन क्या कर रहा है। मैं जनता हूं कि अगर मैं क्रिकेट पर ध्यान दूं, तो सब कुछ ठीक हो जाएगा।
गौरतलब हो कि धोनी की गिनती भारत के सबसे सफल कप्तान के तौर पर होती है। टीम इंडिया ने उनकी कप्तानी में 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीता था और इसके बाद 2011 में 28 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप जीतने में जीता। 2013 में टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती थी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद धोनी अब सिर्फ आईपीएल में खेलते हुए नजर आते हैं।