भारतीय टीम के अब तक के सबसे सफल कप्तान हैं एम एस धोनी, जिन्होंने टीम इंडिया को उस शिखर पर पहुंचा दिया है जहां पहुंचना हर टीम का सपना होता है। इसमें कोई शक नहीं कि धोनी दुनिया के सबसे बड़े फिनिशर तो हैं ही पर एक सफल कप्तान भी हैं। धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने आईसीसी की सभी बड़ी प्रतियोगिता अपने नाम कर ली है जिसमें दो बार धोनी ने भारत को वर्ल्ड चैम्पियन भी बनाया है। साल 2013 में मेज़बान इंग्लैंड को उन्हीं के घर में फ़ाइनल हराकर धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम इस टूर्नामेंट की विजेता बनी थी। जून 2017 में होने वाली अगली चैम्पियनस ट्रॉफी इंग्लैंड मे ही हो रही है जो 1 से 18 जून तक चलेगी। चैंपियंस ट्रॉफी के बारे मे धोनी ने कहा “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपके ग्रुप में कौन कौन सी टीमें है या फिर आप सेमीफ़ाइनल या फ़ाइनल में किससे भिड़ते हैं, मैदान पर आपके पास बहुत कम समय होता है और खेल में निरंतरता ही आपको जीत दिला सकती है। वहाँ पर ग़लती की कोई भी गुंजाइश नहीं होती”। “हालांकि हम 2013 में इसके विजेता रहे हैं पर हम ये अच्छी तरह जानते हैं कि ये इवेंट कितना महत्वपूर्ण है और हम इस भ्रम में नहीं है कि इस बार कुछ अलग होगा”, धोनी ने कहा। अपने पड़ोसी मुल्क श्रीलंका और पाकिस्तान के अलावा भारत 1998 की चैम्पियन दक्षिण अफ्रीका के साथ ग्रुप-बी में हैं। भारत अपने इस अभियान की शुरुआत 4 जून को पाकिस्तान के खिलाफ एजबेस्टन, बर्मिंघम में करेगा। हालांकि अब तक चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान का पलड़ा भारी रहा है और दोनों के बीच हुए 3 मैचों में से 2 में जीत पाकिस्तान की झोली में गई है जबकि भारत सिर्फ एक ही मैच में जीत का स्वाद चख सका है।