धोनी ने अपने 335वें एकदिवसीय मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 87 रनों की पारी खेल कर ये बताया कि उनमें क्रिकेट के प्रति दीवानगी और रनों की भूख जरा भी कम नहीं हुई है। ये भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छी और बाकी टीमों के लिए बुरी खबर है।
धोनी का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान फॉर्म 2019 विश्व कप के लिए भारत की उम्मीदों को मजबूती प्रदान करता है। सिडनी वनडे में धोनी की बल्लेबाजी की आलोचना हुई लेकिन एडिलेड और मेलबर्न वनडे में वही धोनी टीम इंडिया की जीत के सूत्रधार रहे। धोनी को आठ साल बाद “मैन ऑफ द सीरीज” चुना गया है।
धोनी के इस प्रदर्शन के बाद भारत ने वो कारनामा कर दिया है, जो आज से पहले नहीं हुआ था। भारत ने मेलबर्न वनडे सात विकेट से जीत कर सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर हरा दिया है, जो न केवल भारतीय टीम को एक विश्वास देगा, बल्कि आने वाले वर्ल्ड कप से ठीक पहले वर्ल्ड क्रिकेट को एक एलान है कि वो संभल जाएं हम तैयार हैं।
धोनी के इस प्रदर्शन के पीछे कप्तान कोहली का भी आत्मविश्वास रहा है। पिछले 15-16 महीनों में जिस प्रकार से कोहली ने धोनी का साथ दिया है वो एक सफल कप्तान और एक मजबूत लीडर की पहचान होती है। जीत के बाद भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने धोनी की खूब तारीफ की, और कहा कि उन्होंने पिछले तीस-चालीस सालों में धोनी जैसा क्रिकेटर नहीं देखा है।
शास्त्री के अलावा विराट कोहली, सचिन तेंदूलकर, सुनिल गावस्कर और कई दिग्गज क्रिकेटर ने धोनी की ताऱीफ की, लेकिन धोनी को अब इन चीजों की आदत सी हो गई है। वो चुपचाप भारतीय क्रिकेट को लगातार अपनी सेवाएं देते जा रहे हैं। बिना अपनी प्रशंसा पर खुशी जताए और बिना अपने आलोचकों को कुछ बोले ऐसे हैं अपने कैप्टन कूल धोनी।
2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला एकदिवसीय मैच खेलने वाले धोनी पिछले 14 सालों से बिना रुके, बिना थके अपना काम करते जा रहे हैं। अपने 5वें एकदिवसीय मैच में ही पाकिस्तान के खिलाफ 148 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल कर विश्व क्रिकेट को हेलीकॉप्टर शॉट का परिचय देने वाले हैं धोनी, भारतीय क्रिकेट के लिए हीं नहीं विश्व क्रिकेट के लिए भी प्रेरणा है।
जिस देश में क्रिकेट को धर्म की तरह पूजा जाए उस देश के 65% युवाओं ने विश्व कप क्या होता है, ये बस सुना था। लेकिन इस सपने को जीने का मौका देने वाले हैं महेंद्र सिंह धोनी। जब क्रिकेट की दुनिया में टी20 विश्व कप का आगाज हुआ तो पहला विश्व कप भारत की झोली में डालने वाले हैं धोनी वो भी पाकिस्तान को हराकर, जिसका आनंद सिर्फ भारतीय हीं समझ सकते हैं।
कप्तानों के कप्तान है धोनी, और इस बात को कई दफा विराट कोहली ने भी माना है कि उनकी उपस्थिति टीम को मजबूती प्रदान करती है। फिलहाल धोनी का मौजूदा फॉर्म न केवल भारतीय कप्तान कोहली के लिए बल्कि पूरे टीम के लिए खास है, और उम्मीद है कि टीम इस विश्वास के साथ आने वाले वर्ल्ड कप में भी शानदार प्रदर्शन को जारी रखेगी।