महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले पर दी बड़ी प्रतिक्रिया

आईपीएल में हुए स्पॉट फिक्सिंग मामले में एक नई चीज पता चली है। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गुरुनाथ मयप्पन स्पॉट फिक्सिंग मामले पर कहा कि उन्होंने किसी भी जांच एजेंसी से कभी नहीं कहा कि मयप्पन एक 'क्रिकेट उत्साहशील' व्यक्ति हैं। धोनी की इस बात से तमाम अफवाहों पर विराम चिन्ह लग गया है। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई की किताब 'डेमोक्रेसी इलेवन' में इस बात का जिक्र किया गया है।

धोनी ने कहा है कि मुझे एक बात कहने दो, यह मैंने किसी भी जांच एजेंसी से नहीं कहा है कि मयप्पन एक 'क्रिकेट उत्साहशील' व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि यह एकदम झूठी बात है। धोनी ने यह भी कहा कि मैंने 'उत्साहशील' शब्द तक का इस्तेमाल नहीं किया था। उनके अनुसार मयप्पन की मैदान पर होने वाली गतिविधियों में भी कोई भूमिका नहीं होती थी। इसके अलावा धोनी ने पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के साथ उनके रिश्ते जोड़ने वाली बात पर कहा है कि मैं इसकी परवाह नहीं करता लेकिन इतना कहूँगा कि श्रीनिवासन ने क्रिकेटरों की हमेशा मदद की है।

इसके अलावा इसी किताब में श्रीनिवासन का भी बयान है जिसमें वे बताते हैं कि कैसे उन्होंने चयनकर्ताओं के खिलाफ जाकर धोनी को 2012 में कप्तान बरकरार रखा था। उन्होंने कहा कि मैंने धोनी को कप्तानी से हटाने के फैसले पर वीटो किया था, विश्वकप जीतने के कुछ समय बाद ही आप एक कप्तान को कैसे हटा सकते हैं।

गौरतलब है कि आईपीएल 2013 में स्पॉट फिक्सिंग के मामले के बाद राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स को 2 वर्षों के लिए निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद धोनी के बारे में ऐसी ख़बरें आई थी कि उन्होंने गुरुनाथ मयप्पन को स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में जांच एजेंसियों के सामने 'क्रिकेट उत्साहशील' व्यक्ति कहा था। धोनी ने इस बयान के बाद तमाम अफवाहों को विराम देते हुए आलोचकों और उन्हें गलत ठहराने वालों को जवाब दिया है।