महेंद्र सिंह धोनी का मानना है कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच 21 जुलाई से शुरू हो रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज में दोनों टीमों के स्पिनर महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान ने साथ ही कहा कि 2014 में खेल के लंबे प्रारूप से संन्यास लेने के बाद उन्हें टेस्ट में प्रतिनिधित्व नहीं करने की कमी जरुर खलती है, लेकिन यह ऐसा फैसला है जिसका उन्हें कोई पछतावा नहीं है। वेस्टइंडीज ने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप का खिताब जीता और ऑस्ट्रेलिया व दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ट्राई सीरीज में भी दमदार प्रदर्शन किया था। हालांकि विराट कोहली की टीम उनपर भारी नजर आ रही है। धोनी ने कहा कि भारतीय टीम हर विभाग में मजबूत है। टीम इंडिया में बढती प्रतिस्पर्धा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'जितनी अधिक प्रतिस्पर्धा होगी उतना अच्छा होगा। यह अच्छा है कि हमारे पास अब 8-10 गेंदबाजों का समूह है जो चयन के लिए उपलब्ध हैं। आप एक वर्ष पीछे जाकर देखिए तो पाएंगे कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वन-डे सीरीज के दौरान कई गेंदबाज चोटिल थे। और अब हर विभाग में हमारे पास गेंदबाज मौजूद हैं। चाहे बात तेज गेंदबाजों की हो या फिर स्पिनर की, स्विंग गेंदबाज भी अब बहु है। हमें चोट प्रबंधन पर जरुर ध्यान देते रहना है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारे पास शीर्ष क्रम पर 6 बल्लेबाज स्थापित हैं। एक या दो बदलाव होते रहेंगे। हमारे पास उपमहाद्वीप से बाहर खेलने के लिए अनुभवी खिलाड़ी भी हैं।'