2011: चेन्नई सुपर किंग्स (16 मैचों में 392 रन, 2 अर्धशतक)
महेंद्र सिंह धोनी ने 2010 की तरह 2011 में भी चेन्नई सुपर किंग्स को लगातार दूसरी बार खिताबी जीत दिलाई। इस बार फाइनल में सीएसके ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर ट्रॉफी पर कब्जा किया था।
2011 में धोनी ने बल्ले के साथ 16 मुकाबलों में 2 अर्धशतकों की मदद से 392 रन बनाए। उनका औसत 43.55 और स्ट्राइक रेट 158.70 का रहा। इसके साथ ही धोनी ने 25 चौके और 23 छक्के भी लगाए। इस बीच धोनी का सर्वाधिक स्कोर 70 का रहा।
2012: चेन्नई सुपर किंग्स (19 मैचों में 358 रन, 1 अर्धशतक)
आईपीएल के 5वें सीजन में एक बार फिर धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन शानदार रहा और टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया। हालांकि टीम तीसरी बार खिताब से चूक गई और कोलकाता नाइटराइडर्स ने सीएसके को हराकर खिताब पर कब्जा किया।
धोनी ने 2012 में 19 मुकाबलों में 2 अर्धशतक की मदद से 358 रन बनाए। उनका औसत 29.83 और स्ट्राइक रेट 128.77 का रहा। धोनी ने 26 चौके और 9 छक्के लगाए। इस बीच उनका सर्वाधिक स्कोर 51 का रहा।