महेंद्र सिंह धोनी ने हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के सीमित ओवरों की कप्तानी से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया, लेकिन अब बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव आदित्य वर्मा ने आरोप लगाया है कि धोनी ने दबाव में आकर कप्तानी छोड़ी है न कि अपने मन से। टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में वर्मा ने कहा, 'अमिताभ चौधरी इस बात से खुश नहीं थे कि गुजरात के खिलाफ रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में झारखंड की टीम मजबूत स्थिति में होने के बावजूद हार गई। झारखंड की टीम धोनी की मेंटरशिप में ऐसे हार गई। चौधरी ने फिर भारतीय टीम की चयनकर्ता समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद को फ़ोन किया और धोनी के भविष्य की योजना के बारे में पूछने के लिए कहा। धोनी इससे काफी नाराज हुए और पूरे ड्रामे के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।' बकौल वर्मा, धोनी ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में खेलने से मना कर दिया था जबकि झारखंड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन ने उनसे खेलने की गुजारिश की थी। तब से चौधरी की धोनी से थोड़ी खटपट हो रही थी। इसके बाद झारखंड की टीम मैच में मजबूत स्थिति के बावजूद गुजरात से हार गई। वर्मा के आरोप के बाद खबर लिखे जाने तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया। इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरू होने वाली वन-डे सीरीज से पहले धोनी ने कप्तानी से इस्तीफे की घोषणा की और क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। 35 वर्षीय धोनी की जगह विराट कोहली को टीम का कप्तान बनाया गया। बता दें कि झारखंड और गुजरात के बीच सेमीफाइनल के दौरान धोनी और एमएसके के बीच काफी लंबी बातचीत होती देखी गई थी। वर्मा के दावों में कितनी सच्चाई है, इस बात का पता समय के साथ ही पता चल सकेगा जब आगे लोगों का स्पष्टीकरण आएगा।