चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान एम एस धोनी (MS Dhoni) ने आईपीएल (IPL) के पहले सीजन से जुड़ा दिलचस्प खुलासा किया है। धोनी के मुताबिक पहली बार उन्हें विदेशी प्लेयर्स के साथ खेलना था और उन्हें लगा था कि मैथ्यू हेडन जैसे बल्लेबाज टीम में आते ही गाली देने लगेंगे लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ था।
दरअसल एम एस धोनी ने एक बड़ा कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। वो चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 200 मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मुकाबला एम एस धोनी का सीएसके के कप्तान के तौर पर 200वां मुकाबला था। महेंद्र सिंह धोनी को इस उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया। चेन्नई टीम के ओनर एन श्रीनिवासन ने मोमेंटो देकर उन्हें सम्मानित किया। आईपीएल के इतिहास में किसी एक टीम के लिए इतने मैचों में किसी भी खिलाड़ी ने कप्तानी नहीं की है।
इस दौरान एम एस धोनी ने 2008 के आईपीएल सीजन को याद किया जब उन्हें सीएसके का कप्तान नियुक्त किया गया था। धोनी ने बताया कि उस वक्त विदेशी प्लेयर्स को लेकर उनके मन में क्या ख्याल आ रहे थे और किस तरह से चीजें आगे बढ़ीं।
धोनी ने कहा "आपके अंदर ये जानने की उत्सुकता होती है कि एक फ्रेंचाइजी कैसे चलती है। हमारे लिए वो एक पूरी तरह से नया माहौल था। ये पहली बार था जब आप विदेशी प्लेयर्स के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने जा रहे थे और आपको पता नहीं था कि उनका बिहेवियर कैसा रहेगा।"
मैथ्यू हेडन ने ब्रेट ली को अटैक करने की रणनीति बनाई - एम एस धोनी
धोनी ने आगे कहा "मैथ्यू हेडन का ही उदाहरण ले लीजिए। हमें लगा कि वो टीम में आएंगे और आकर गाली देने लगेंगे। हालांकि किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच से पहले मैथ्यू हेडन पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने टीम मीटिंग में स्ट्रैटजी पर चर्चा शुरू की थी। उन्होंने कहा कि वो ब्रेट ली के खिलाफ अटैक करेंगे। मैंने पूछा कि इसका क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि वो ब्रेट ली को आगे बढ़कर शॉट लगाएंगे और पहली या दूसरी गेंद पर उन्होंने ऐसा ही किया। तो उनका एप्रोच इस तरह का था।"