टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर एम एस धोनी (MS Dhoni) ने अपने करियर के सबसे बेस्ट लम्हे के बारे में बताया है। एम एस धोनी ने बताया कि उनके पूरे इंटरनेशनल करियर का सबसे बेस्ट मोमेंट कौन सा था। धोनी के मुताबिक वर्ल्ड कप 2011 का फाइनल जीतने के 20 मिनट पहले जब पूरा स्टेडियम मिलकर वंदे मातरम गा रहा था, तो उस वक्त की फीलिंग सबसे अलग थी। ये उनके करियर का सबसे बेस्ट लम्हा रहा।
भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2011 में वर्ल्ड कप का टाइटल जीता था। टीम इंडिया ने 28 साल बाद वर्ल्ड कप का सूखा खत्म किया था और विश्व चैंपियन बनी थी। वर्ल्ड कप 2011 का फाइनल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था। श्रीलंका की टीम ने पहले खेलते हुए 274 रनों का विशाल स्कोर बनाया था। टार्गेट का पीछा करते हुए एम एस धोनी और गौतम गंभीर ने चौथे विकेट के लिए 109 रनों की पार्टनरशिप कर भारत की जीत तय कर दी थी। जब भारतीय टीम को जीतने के लिए 11 गेंदों पर सिर्फ 4 रन चाहिए थे, तब धोनी ने नुवान कुलसेकरा कि गेंद पर छक्का लगाकर इतिहास रच दिया था। धोनी ने नाबाद 91 रनों की पारी खेली थी और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।
एम एस धोनी ने अपने करियर के बेस्ट लम्हे के बारे में बताया
एम एस धोनी के मुताबिक मैच जीतने के 20 मिनट पहले, स्टेडियम में जो माहौल था, वो काफी बेस्ट फीलिंग उनके लिए थी। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा,
मेरे करियर का बेस्ट लम्हा 2011 वर्ल्ड कप फाइनल जीतने के 20 मिनट पहले का था। जब ये तय हो गया था कि भारतीय टीम जीतेगी, तब पूरा वानखेड़े स्टेडियम मिलकर वंदे मातरम गा रहा था। वो काफी अलग ही फीलिंग थी।
आपको बता दें कि 2011 के बाद से भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप का टाइटल नहीं जीता है।