अगले वर्ष चैंपियंस ट्रॉफी से पहले पर्याप्त मैच अभ्यास हासिल करने के लिहाज से भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने झारखंड की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी के 2017 संस्करण में हिस्सा लेने का फैसला किया है। 35 वर्षीय बल्लेबाज फिलहाल न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की वन-डे सीरीज में व्यस्त हैं और उन्होंने तीसरे वन-डे के बाद अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बाते बताई। धोनी ने कहा, 'यह देखते हुए कि मेरे पास कितने अंतर्राष्ट्रीय मैच उपलब्ध हैं, मैंने फैसला किया है की रणजी ट्रॉफी वन-डे मैच खेलूंगा। मुझे न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच वन-डे, फिर इंग्लैंड के खिलाफ तीन वन-डे और दो टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने को मिलेंगे। इसलिए मुझे सीमित ओवरों के ज्यादा मुकाबले खेलने को नहीं मिलेंगे। तो मैंने झारखंड की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा लेने का फैसला किया है। मुझे ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट खेलना है। जितनी ज्यादा गेंदे मैं खेलूंगा उतना मेरे लिए बेहतर रहेगा।' धोनी ने मोहाली वन-डे में चौथेक्रम पर बल्लेबाजी की थी। पिछले सत्र से प्रभावी प्रदर्शन करने में विफल रहे धोनी ने टेस्ट कप्तान विराट कोहली के साथ तीसरे विकेट के लिए 151 रन की साझेदारी की, जिसमें भारत सात विकेट से जीता। धोनी ने न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की जमकर खबर ली और 91 गेंदों में 6 चौके तथा तीन छक्कों की मदद से 80 रन बनाए। इसी मैच में उन्होंने शानदार विकेटकीपिंग भी की थी। इस बारे में बात करते हुए धोनी ने कहा, 'मैं रन बनाकर खुश हूं। मैं लंबे समय से ऐसी पारी खेलना चाहता था। आज मैंने अपने आप को अभिव्यक्त किया। ऐसा पांचवें या छठे क्रम पर बल्लेबाजी करने नहीं हो पाता है। निचलेक्रम पर आने से मेरी बल्लेबाजी पर बुरा असर पड़ रहा था। मैं जल्दी-जल्दी स्ट्राइक नहीं रोटेट कर पा रहा था। जब आप नीचे बल्लेबाजी करने उतरते हो तो स्ट्राइक रोटेट करने से अधिक बड़े शॉट्स जमाने पर ध्यान होता है। मेरा मानना है कि कुछ हद तक इससे मेरी बल्लेबाजी पर असर पड़ा। आज के मैच में रन बनाकर मुझे अच्छा महसूस हुआ।' बढ़ती उम्र की चिंता के सवाल पर धोनी ने जवाब दिया कि वह चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बल्लेबाजी क्रम में अलग भूमिका निभाना चाहते हैं। हालांकि, वह इस थ्योरी पर ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकेंगे क्योंकि न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैच शेष हैं जबकि इंग्लैंड के खिलाफ तीन वन-डे मैच खेलना है। इस बात को ध्यान में रखते हुए धोनी के लिए विजय हजारे ट्रॉफी बढ़िया मंच साबित होगा। उनकी मौजूदगी से राज्य टीम को भी अपना प्रदर्शन सुधारने में मदद मिलेगी। विजय हजारे ट्रॉफी की शुरुआत 25 फरवरी को होगी और फाइनल मुकबला 18 मार्च को खेला जाएगा। धोनी का अंतर्राष्ट्रीय कार्य 1 फरवरी को समाप्त हो जाएगा।