भारतीय टीम की वन-डे टीम की कप्तानी महेन्द्र सिंह धोनी से विराट कोहली के हाथों में आने के बाद ऑफस्पिनर रविचंद्रन खुद को उस हिसाब से ढालने में प्रयासरत हैं। तमिलनाडु के इस क्रिकेटर ने टीम में सीनियर खिलाड़ियों के बीच होने वाले वार्तालाप पर अपने विचार रखे। अश्विन ने कहा “अंतर वार्तालाप में होता है। विराट कोहली मैदान पर आक्रमण कर कुछ रन खर्च करते हुए विकेट लेते हैं। नेतृत्व और बातचीत के लिहाज से महेंद्र सिंह धोनी अब भी आगे है, वे विकेटकीपर हैं और अमूल्य अनुभव रखते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि हम उनसे महत्वपूर्ण टिप्स प्राप्त करें और टीम को आगे लेकर जाएं।“ अश्विन को वर्ष 2016 का श्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर और आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर के लिए नामित सर गैरी सोबर्स ट्रॉफी का अवार्ड मिला है। धोनी के कप्तानी छोड़ने के फैसले के बाद अश्विन द्वारा कुछ समय तक प्रतिक्रिया नहीं आने पर लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया। हालांकि बाद में इस विश्वस्तरीय स्पिनर ने कप्तान के रूप में योगदान पर धोनी की जमकर तारीफ की थी। अश्विन ने मैदान पर हों वाली बातचीत की प्रक्रिया में बदलाव पर ज़ोर दिया। जैसे अश्विन धोनी से आइडिया लेने के लिए गेंदबाजी के दौरान उनके पास जाते हैं। उन्हें कोहली के साथ भी ऐसा करते हुए देखा जाए, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। इस ऑलराउंडर ने विराट कोहली के कप्तानी कौशल को सराहा और उनके नेतृत्व में आगे जाने की उत्सुकता जाहिर की। अश्विन के अनुसार “विराट कुछ मौकों पर गुस्सा हो जाते हैं, इस पर मुझे तालमेल बैठाने की जरूरत होगी। विकेट लेने के लिए अतिरिक्त रन देना कोई बुरी बात नहीं है।“ सीमित ओवर क्रिकेट की कप्तानी करने के लिए भी विराट कोहली के लिए तैयारियां पूरी है। टेस्ट में टीम का नेतृत्व करते हुए शानदार जीत दिलाने वाले कोहली की वन-डे कप्तानी पर भी सभी की नजरें होंगी। गौरतलब है कि भारत और इंग्लैंड के बीच तीन एकदिवसीय और इतने ही टी20 मैचों की सीरीज होनी है, जिसका पहला वन-डे मुक़ाबला 15 जनवरी को पुणे में खेला जाएगा। इस सीरीज के बाद जून में इंग्लैंड में आईसीसी चैम्पियन्स ट्रॉफी भी होनी है।