पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह को लेकर एक बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि धोनी और युवराज कुछ वर्ष पहले जिस प्रकार खेलते थे, अब ऐसा नहीं है। उनके अनुसार पहले ये दोनों खिलाड़ी मैच आसानी से समाप्त कर लेते थे लेकिन अब इसमें बदलाव आया है। उनके शब्दों में "वे 14-15 वर्षों से क्रिकेट खेल रहे हैं और निरंतर खेलना संभव नहीं होता, इसलिए वे उसी तरह के फिनिशर नहीं हो सकते।" आगे इसी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत के लिए दोनों ने ही विस्फोटक बल्लेबाजी की है और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उसी प्रकार हावी रहना हमेशा संभव नहीं होता है। गौरतलब है कि युवराज सिंह ने काफी लम्बे समय बाद इस वर्ष जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से वन-डे क्रिकेट में वापसी की है। उन्होंने इस दौरान अपने करियर का उच्च स्कोर 150 रन भी बनाए और टीम इंडिया को सीरीज जिताने में अहम योगदान भी दिया। युवी की पारी के दौरान धोनी दूसरे छोर पर खड़े होकर उनका साथ निभा रहे थे। पूर्व कप्तान ने इंग्लैंड की जमीन पर युवराज की सहजता पर भी शक जताया और कहा कि उन्हें चैम्पियंस ट्रॉफी में देखना श्रेष्ठ होगा। 54 वर्षीय अजहर ने परिस्थितियों के बारे में बोलते हुए कहा कि युवराज का खेल वहां के अनुरूप नहीं है और इस वर्ष इंग्लैंड के खिलाफ बनाए शतक के बाद वे प्रदर्शन करने में भी असमर्थ रहे हैं। गौरतलब है कि भारत के सफलतम कप्तानों में गिने जाने वाले अजहरुद्दीन ने यह बातें एक निजी भारतीय चैनल के कार्यक्रम के दौरान कही है। उनके साथ इसमें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क भी मौजूद थे लेकिन उन्होंने धोनी और युवराज के अनुभव को टीम इंडिया के लिए सबसे ख़ास बताया। भारतीय टीम चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में 4 जून से आगाज करेगी। इसमें उनका मुकाबला चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ होने वाला है. यह मिक्च एजेबेस्टन में भारतीय समयानुसार शाम 3 बजे शुरू होगा।