पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी का मोबाइल फ़ोन चोरी हो गया है। 2017 विजय हजारे ट्रॉफी का सेमीफाइनल खेलने के लिए नई दिल्ली के फाइव स्टार होटल में ठहरे धोनी और उनके टीम के साथी आग से अपने बचाव में जुटे थे, तभी यह घटना घटी। यह जानकारी मिली है कि धोनी ने समय बर्बाद किये बिना द्वारका सेक्टर 10 पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई। दो दिन पूर्व रिलायंस स्टोर में आग लग गई थी जो होटल तक जा पहुंची थी, जहां धोनी और झारखंड टीम के सदस्य रुके थे। खिलाड़ियों को परिसर में आग लगने की जानकारी मिली और सभी ने अपना कमरा तुरंत छोड़ा तथा लॉबी में इकठ्ठा हुए। झारखंड को बंगाल के खिलाफ टूर्नामेंट का सेमीफाइनल मैच खेलना था। दिल्ली अग्निमिशन जल्द ही मौके पर पहुंची और 1 घंटे 20 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया। इसके बाद घोषणा हुई कि मैच को एक दिन के लिए रद्द कर दिया गया है। शनिवार को सेमीफाइनल मुकाबला खेला गया जहां धोनी की टीम को 331 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 41 रन से मैच गंवा बैठी। कैप्टन कूल ने 62 गेंदों में 70 रन की उम्दा पारी खेली और वह अपनी टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर रहे। मैच हारने के बाद धोनी निराश नजर आए और उन्होंने गेंदबाजों को ख़राब प्रदर्शन का दोषी ठहराया। यह भी पढ़ें : जिस होटल में ठहरे धोनी वहां लगी आग, बंगाल-झारखंड मैच रद्द बहरहाल, जब आग लगी तब जानकारी मिली कि झारखंड के खिलाड़ियों की किट जलकर राख हो गई। इसके साथ ही धोनी के मोबाइल चोरी होने की खबर भी मिली। पुलिस के सूत्रों से जानकारी मिली, 'धोनी से संबंधित तीन मोबाइल फ़ोन चोरी हुए जब क्रिकेटर और उनके टीम के साथी वेलकम होटल में आग से अपने बचाव में जुटे थे।' सूत्र ने आगे बताया कि मोबाइल फ़ोन में बीसीसीआई और भारतीय टीम से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी थी। बंगाल से हारने के बाद धोनी को निजी कार में स्टेडियम से बाहर जाते देखा जबकि उनके साथी खिलाड़ी टीम बस में होटल गए। डीडीसीए के अधिकारी ने कहा, 'जी हां धोनी मैच के बाद निजी कार में गए। बाकी झारखंड की टीम बस में गई।'