बीसीसीआई ने एमएसके प्रसाद को बनाया मुख्य चयनकर्ता, संदीप पाटिल की लेंगे जगह

पूर्व भारतीय विकेटकीपर एमएसके प्रसाद को बीसीसीआई ने बड़ी ज़िम्मेदारी दी है। बुधवार को हुई बीसीसीआई की बैठक में इस पूर्व भारतीय विकेटकीपर के नाम पर मुहर लगाई गई। भारत के लिए 6 टेस्ट मैच खेल चुके विकेटकीपर बल्लेबाज़ संदीप पाटिल की जगह लेंगे। दूसरी तरफ़ अजय शिर्के को एक बार फिर बीसीसीआई ने सचिव चुना है। ख़बरों के मुताबिक़ बीसीसीआई ने पिछले 48 घंटे में क़रीब 90 उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया है, जिसमें राष्ट्रीय चयनकर्ता के साथ साथ जूनियर चयनकर्ता और महिला चयनकर्ता के उम्मीदवार भी शामिल हैं। चयन समिती में एम एस के प्रसाद के साथ देवांग गांधी, गगन खोड़ा, सरनदीप सिंह और जतिन प्रांजपे शामिल हैं। प्रसाद ने भारत के लिए 17 वनडे और 6 टेस्ट खेले हैं, इसके अलावा दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने 96 प्रथम श्रेणी और 88 लिस्ट ए मैच खेले थे। बीसीसीआई ने चयन समिती का चुनाव करते वक़्त लोढ़ा कमिटी की सिफ़ारिशों को भी नज़रअंदाज़ किया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई लोढ़ा कमिटी के हिसाब से चयन समिती में बिना टेस्ट मैच खेले हुए उम्मीदवारों को शामिल नहीं करना चाहिए था। जबकि इस समिति में गगन खोड़ा और जतिन प्रांजपे भी शामिल हैं, जिन्होंने भारत के लिए कोई टेस्ट नहीं खेला है। एम एस के प्रसाद इससे पहले भी चयन समिती का हिस्सा रह चुके हैं, जब वह दक्षिण ज़ोन का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। आंध्र प्रदेश के प्रसाद के नाम टेस्ट में 106 रन और 15 कैच हैं। जबकि वनडे क्रिकेट में प्रसाद ने भारत के लिए 14 कैच और 7 स्टंपिंग किए हैं। 45 वर्षीय देवांग गांधी ने भारत के लिए 4 टेस्ट और 3 वनडे खेले हैं, नई चयन समिती के तमाम अनुभवों को जोड़ दिया जाए तो इनके नाम भारत के लिए 13 टेस्ट और 31 वनडे हैं। तो वहीं भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ वेंकटेश प्रसाद को जूनियर चयन समिती का चेयरमैन बनाया गया है। बीसीसीआई का ये फ़ैसला सही मायनो में चौंकाने वाला है, भारत के लिए वेंकटेश प्रसाद ने 33 टेस्ट और 161 वनडे खेले हैं। लेकिन उसके बाद भी एम एस के प्रसाद को राष्ट्रीय चयनकर्ता का प्रमुख बनाना हैरान करने वाला है।