भारतीय टीम (Indian Team) में वर्षों से स्पिनरों की अलग भूमिका रही है और समय-समय पर बेहतरीन स्पिनर आते रहे हैं। मुरली कार्तिक (Murali Karthik) ने स्पिन गेंदबाजों को लेकर बयान दिया है। कार्तिक ने भारत की स्पिन गुणवत्ता के बारे में कहा कि यह खराब हो रही है। इसके अलावा उन्होंने कौशल और ट्रिक में भी कमी बताई है।
पूर्व भारतीय स्पिनर ने कहा कि हर राज्य में कई स्पिनर होते हैं और रणजी टीम में जगह बनाने की होड़ होती थी, फिर एक ऐसा चरण आया जहां हर राज्य में केवल कुछ स्पिनर थे जिनमें चालाकी, ड्रिफ्ट, ड्रॉप, आदि सभी शुद्ध गुण थे। अब के स्पिनर केवल सफेद गेंद क्रिकेट खेलना चाहते हैं। मैं भाग्यशाली था कि मैं बिशन सिंह बेदी के नेतृत्व में खेला, जिन्होंने मुझे गुर सिखाए और एक दिवसीय गेम में भी स्लिप और सिली पॉइंट के साथ आक्रमण करने के लिए मजबूर किया।
स्पिनरों के लिए मुरली कार्तिक का पूरा बयान
कार्तिक ने कहा कि स्पिन विभाग अब नीचे जा रहा है। जिस तरह के स्पिनर पहले हमारे पास हुआ करते थे, अब वैसे नहीं हैं। जब हम खेल रहे थे तो कई पूर्व स्पिनर हमें देख रहे थे और अपने कब्रिस्तानों से भी कह रहे होंगे कि क्या भयानक गेंदबाज हैं।
उल्लेखनीय है कि इस समय भारतीय टीम में बेहतरीन स्पिनरों की बात की जाए, तो सबसे पहले रविचंद्रन अश्विन का नाम आता है। उनके बाद रविन्द्र जडेजा का नाम आता है और दोनों टेस्ट क्रिकेट में भारतीय स्पिन विभाग को आगे लेकर जा रहे हैं। कई मैचों में दोनों ने भारतीय टीम को अपनी स्पिन गेंदबाजी के दम पर जीत दिलाई है। अक्षर पटेल ने भी इंग्लैंड के खिलाफ अपनी डेब्यू सीरीज में काफी धाकड़ गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। हालांकि विदेशी जमीन पर भारतीय स्पिनरों को ज्यादा सफल होते नहीं देखा गया है।