दिग्गज ओपनर मुरली विजय (Murali Vijay) ने सोमवार (30 जनवरी) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। विजय ने सपने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया पर की, साथ ही बताया कि वह दुनिया भर में खेलने और खेल के व्यावसायिक पक्ष का पता लगाने के अवसरों की तलाश जारी रखेंगे।
तमिलनाडु के बल्लेबाज ने भारतीय टीम के लिए 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। उन्होंने उस दौरान खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी टेस्ट में गौतम गंभीर को रिप्लेस किया था। विजय ने अपने करियर में 61 टेस्ट, 17 वनडे और 9 टी20 मुकाबले खेले। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने भारत के लिए आखिरी बार 2018 में शिरकत की थी, जब उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में मौका मिला था।
मुरली विजय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गए अपने नोट में कहा,
आज, बहुत आभार और विनम्रता के साथ, मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास की घोषणा करता हूं। 2002-2018 तक की मेरी यात्रा मेरे जीवन के सबसे शानदार वर्ष रहे हैं क्योंकि यह खेल के उच्चतम स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान था।
मैं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए), चेन्नई सुपर किंग्स और चेमप्लास्ट सनमार द्वारा मुझे दिए गए अवसरों के लिए आभारी हूं।
क्रिकेट वर्ल्ड में नए अवसरों की तलाश करेंगे मुरली विजय
अपने नोट में उन्होंने आगे कहा,
मैं यह घोषणा करते हुए उत्साहित हूं कि मैं क्रिकेट की दुनिया और इसके व्यावसायिक पक्ष में नए अवसरों की तलाश करूंगा, जहां मैं उस खेल में भाग लेना जारी रखूंगा जिसे मैं प्यार करता हूं और नए और अलग वातावरण में खुद को चुनौती देता हूं। मेरा मानना है कि यह एक क्रिकेटर के रूप में मेरी यात्रा का अगला कदम है और मैं अपने जीवन में इस नए अध्याय के लिए उत्सुक हूं।
मुरली विजय ने भारत के लिए तीनों प्रारूपों में कुल मिलाकर 87 मुकाबले खेले हैं और 4490 रन बनाये हैं। वह टेस्ट फॉर्मेट में सबसे ज्यादा सफल रहे और विदेशों में कुछ बेहतरीन पारियां खेली, जो फैंस को आज भी याद हैं।