भारतीय टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग से चोट के बाद मैदान में वापस आने का मन बना लिया है लेकिन गीली आउटफील्ड के कारण टीएनपीएल में लाइका कोवई किंग्स और मदुरई सुपर जायंट के बीच मैच रद्द हो गया और इसी वजह से मुरली मैदान में खेलते हुए नजर नहीं आये। एक निजी स्पोर्ट्स वेबसाईट से बातचीत के दौरान विजय ने अपनी वापसी का ऐलान किया, साथ ही उन्होंने खुद को अभी 100 प्रतिशत फिट नहीं बताया है। मैच रद्द होने के बाद मुरली विजय ने कहा कि यह ख़ुशी की बात है कि आप फिर से खेल के मैदान में हैं लेकिन मैं कहना चाहूँगा कि मैं अभी पूरी तरह से फिट नहीं हूँ। मैं मानसिक तौर पर मैदान में हूँ। मैं टीएनपीएल से शुरुआत करना चाहता हूँ और अपनी पुरानी लय को बरक़रार रखते हुए आगे तक ले जाना चाहता हूँ। मुरली विजय ने भारतीय टीम में वापसी को लेकर कहा कि मैं अपनी चोट से उबरने की कोशिश कर रहा हूँ, जिसमें मुझे मानसिक तौर पर मजबूत होना जरुरी है। हर प्रकार की क्रिकेट मुझे अच्छी लगती है क्योंकि मैं क्रिकेट खेलते समय एन्जॉय करता हूँ। मेरे पास टीएनपीएल से वापस क्रिकेट में आना दूसरी पारी के समान है। जब मैं 100 प्रतिशत फिट हो जाऊंगा, उसके बाद ही बीसीसीआई को अपनी फिटनेस और खेल के बार में जानकारी दूंगा और भारतीय टीम में वापस आने के लिए तैयार रहूँगा। इस साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मुरली विजय चोटिल होने कारण भारतीय टीम से बाहर हो गए थे। चोट के कारण विजय इंडियन प्रीमियर लीग से भी बाहर रहे थे। मुरली विजय के साथ केएल राहुल भी चोट के कारण टीम से बहुत समय से बाहर रहे लेकिन राहुल पूरी तरह ठीक होकर श्रीलंका दौरे के लिए चुन लिए गए और मुरली विजय को बाहर कर दिया गया। विजय के स्थान पर शिखर धवन को श्रीलंका दौरे पर भेजा गया। मुरली विजय भारतीय टेस्ट टीम के मौजूदा दौर के सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाज हैं। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। विजय ने भारत के लिए 51 टेस्ट मैच खेले हैं। करीब 40 के औसत से उन्होंने 3408 रन बनाये हैं, जिसमें 15 अर्धशतक और 9 शतक भी शामिल है।