भारतीय टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के अंतिम 2 मैचों से ड्रॉप किए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि टीम से बाहर किए जाने के बाद या पहले चयनकर्ताओं ने उनसे कोई बात नहीं कि और उन्हें बाहर किए जाने का कारण नहीं बताया।
मुरली विजय ने मुंबई मिरर से बातचीत में कहा कि ना तो मुख्य चयनकर्ता और ना ही किसी और शख्स ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच से ड्रॉप किए जाने के बाद मुझसे बात की थी। इंग्लैंड में टीम मैनेजमेंट से मेरी बात हुई थी और उसके अलावा किसी से भी बात नहीं हुई थी। मुरली विजय ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि अगर किसी खिलाड़ी को टीम से बाहर किया जाए तो उसे उसका कारण भी बताना चाहिए, जिससे ये पता चल सके कि उसने गलती कहां की और टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं की उस खिलाड़ी को लेकर क्या योजना है। मुरली ने कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर आपको 1 या 2 से ज्यादा मैचों की जरुरत होती है ताकि आप उस हिसाब से अपनी रणनीति बना सकें। हर खिलाड़ी को अच्छा प्रदर्शन करना होता है और टीम की जीत में योगदान देना होता है लेकिन उसके लिए उसे पूरे मौके भी मिलने चाहिए। मुरली विजय ने कहा कि वो अपने हिसाब से ऑस्ट्रेलिया दौरे की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि पिछली बार जब टीम ने वहां का दौरा किया था तो उन्होंने काफी रन बनाए थे।
गौरतलब है इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो मैच की 4 पारियों में 20, 6, 0, 0 का स्कोर बनाने के बाद अगले 3 मैच के लिए मुरली विजय को टीम में नहीं चुना गया था। इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भी उन्हें टीम में नहीं चुना गया। वो काउंटी क्रिकेट खेलकर टीम में वापसी की कोशिश कर रहे हैं।