अनुभवी भारतीय ओपनर मुरली विजय को ऑस्ट्रेलिया के आगामी भारतीय दौरे पर मुख्य भूमिका निभाने की उम्मीद है। एक साक्षात्कार में विजय ने कहा कि भारतीय टीम मेहमानों का सूपड़ा साफ़ करने का सोचेगी। बकौल मुरली विजय "ऑस्ट्रेलिया टॉप टीम है, लेकिन पिछले तीन वर्षों से हम काफी अच्छी क्रिकेट खेल रहें हैं। मुझे लगता है कि हम कंगारुओं पर हावी रहेंगे। हम सीरीज को 4-0 से जीतना चाहेंगे।" ऑस्ट्रेलिया ने पिछली बार 2012 में भारत दौरा किया था, इसमें खेले गए 4 टेस्टों में वे बुरी तरफ फ्लॉप रहे थे और 4-0 से सीरीज हारे थे। तकरीबन 13 वर्ष पूर्व ऑस्ट्रेलिया ने 2004 में एक टेस्ट सीरीज भारत में जीती थी। उस समय सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय टीम को कंगारुओं ने 2-1 से शिकस्त दी थी। इसी सीरीज में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने बैंगलोर में अपने पदार्पण टेस्ट में शतक लगाया था। यह भी पढ़ें : मोंटी पानेसर और श्रीधरन श्रीराम भारत दौरे के लिए ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों की सहायता करेंगे केएल राहुल के साथ ओपनिंग की सम्भावना वाले मुरली विजय का टीम में एक अहम किरदार है, नई गेंद से खेलते समय उनकी भूमिका अधिक ख़ास हो जाती है। इस दौरान उनके लिए प्रारम्भिक चुनौती मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड सरीखे गेंदबाजों के सामने टिककर रन जुटाने की होगी। जैसा भी हो, मुरली विजय को यह भरोसा है कि बल्ले की स्विंग के लिए उन्होंने जो तैयारी की है, वो बेहद लाभदायक साबित होगी। यहां तक कि उन्होंने अपने विपक्षी टीम को भी पैर और स्टांस से सम्बंधित सुझावों की पेशकश कर दी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय टीम शुरू से ही अपनी श्रेष्ठता दिखाने की कोशिश करेगी। ऑस्ट्रेलिया के अंतिम भारत दौरे के बाद से बहुत चीजों में बदलाव आया है। कंगारू टीम के सामने ही टेस्ट कप्तानी का आगाज करने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली अब तीनों प्रारूपों में टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। दूसरी तरफ एक खिलाड़ी की हैसियत से टीम में खेलने वाले स्टीव स्मिथ अब ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी कर रहे हैं।