श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने एम एस धोनी की कप्तानी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुथैया मुरलीधरन आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का हिस्सा थे और धोनी की कप्तानी में उन्होंने आईपीएल मुकाबले खेले थे। मुरलीधरन ने कहा कि अगर गेंदबाज अच्छी गेंद करता है और उस पर छक्का भी लग जाता है तब भी एम एस धोनी गेंदबाज की तारीफ करते है।
भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के यू-ट्यूब शो डीआरएस विद ऐश में मुथैया मुरलीधरन ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने धोनी की कप्तानी को लेकर अहम प्रतिक्रिया दी। मुरलीधरन ने कहा कि जब एम एस धोनी ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप जीता था तब वो एक युवा कप्तान थे। लेकिन कप्तान के तौर पर धोनी के फैसले काफी बेहतरीन रहते हैं। वो गेंदबाज से खुद कहते हैं कि अपने हिसाब से फील्ड लगाकर गेंदबाजी करो। अगर वो प्लान काम नहीं किया तब वो खुद फील्ड लगाते हैं।
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मुथैया मुरलीधरन ने आगे कहा कि अगर अच्छी गेंद पर छक्का भी लग जाता है तब भी एम एस धोनी ताली बजाएंगे और गेंदबाज की तारीफ करेंगे। एम एस धोनी गेंदबाज से यही कहेंगे कि तुमने गेंद अच्छी डाली है लेकिन ये बल्लेबाज का टैलेंट है कि उसने इस पर छक्का लगाया है।
मुथैया मुरलीधरन ने बताई एम एस धोनी की क्वालिटी
मुथैया मुरलीधरन ने एम एस धोनी की एक और खासियत बताई और कहा कि धोनी कभी किसी गेंदबाज को सबके सामने नहीं बोलते थे। वो अकेले में उस गेंदबाज को समझाते थे। अपनी इन्हीं सब क्वालिटी की वजह से आज वो इतने सफल कप्तान हैं।
मुथैया मुरलीधरन ने कहा कि एम एस धोनी काफी शांत होकर सोचते हैं। ये उनका प्लस प्वॉइंट है। यहां तक कि जब वो युवा थे तब भी वो लोगों की सलाह मानते थे। वो लोगों की सलाह सुनकर ही कोई फैसला लेते थे। उनके कप्तानी करने का यही तरीका था। यही चीज है जो एम एस धोनी को सबसे अलग बनाती है।
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