Ajinkya Rahane Recalls His Struggle : रणजी ट्रॉफी में मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे इस वक्त भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। लंबे समय से उनका टीम में सेलेक्शन नहीं हो रहा है। इसके बावजूद अजिंक्य रहाणे वापसी की कोशिशों में लगे हुए हैं। वो रणजी ट्रॉफी में शानदार खेल दिखाकर दोबारा टीम इंडिया में वापसी करना चाहते हैं। इसी बीच अजिंक्य रहाणे ने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया है। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने किस तरह से दूसरे के बच्चों की देखभाल करके पैसे कमाए और उनको बड़ा किया।
अजिंक्य रहाणे की अगर बात करें तो भारत के लिए वो कुल मिलाकर 85 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 5 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जिताने में उनका योगदान काफी ज्यादा अहम रहा था। अजिंक्य रहाणे काफी साधारण परिवार से आते हैं और इसी वजह से उन्होंने कभी भी अपनी सफलता को सिर पर नहीं चढ़ने दिया।
मेरे पास क्रिकेट की वजह से सबकुछ है - अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाणे ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान अपने पुराने दिनों को याद किया। उन्होंने इस दौरान बड़ी प्रतिक्रिया दी। रहाणे ने कहा,
मैं डोंबिवली से आता था। ट्रेन से सफर करना मेरे लिए सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता था। मेरे पिता को ऑफिस जाना होता था और इसी वजह से मैं 8 साल की उम्र में अकेला ट्रेन से सफर करता था। मैं लोअर मिडिल क्लास फैमिली से आता हूं। मेरे पिता की तनख्वाह बहुत ज्यादा नहीं थी। इसी वजह से मेरी मां एक्स्ट्रा पैसे कमाने के लिए दूसरों के बच्चे संभालती थीं। वो सब यादें अभी भी मेरे दिमाग में हैं। इसी वजह से मैं जमीन से जुड़े रहना पसंद करता हूं। मुझे यह नाम और शोहरत केवल इस गेम की वजह से मिला है।
आपको बता दें कि अजिंक्य रहाणे ने भारतीय टीम में वापसी को लेकर भी बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अभी भी मेरे अंदर जुनून और आग बाकी है। अभी मैं रणजी ट्रॉफी खेल रहा हूं और मुंबई के लिए अपना सबकुछ देने की कोशिश कर रहा हूं। मेरा लक्ष्य एक और बार भारतीय टीम में वापसी करने का है।