पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu)को एक पुराने मामले में जेल की सज़ा हुई है। कोर्ट ने उनको एक साल की सज़ा सुनाई है। मामला तीन दशक पुराना है। पार्किंग को लेकर हुई कहासुनी में सिद्धू पर व्यक्ति को पीटने का आरोप लगा था। इसके बाद अस्पताल में उस शख्स ने दम तोड़ दिया था।
1988 में 27 दिसम्बर को एक मामला हुआ था जिसमें पार्किंग को लेकर विवाद था। इसमें सिद्धू को जिप्सी हटाने के लिए कहा गया था। इसके बाद सिद्धू के साथ बहस हुई और पुलिस ने आरोप लगाया कि सिद्धू ने व्यक्ति के साथ मारपीट की और अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया।
इससे पहले इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को छोड़ दिया था लेकिन अब अपने ही निर्णय को बदलते हुए उनको एक साल कारावास की सज़ा सुनाई है। उनको पटियाला जेल में लेकर जाया जा सकता है। पटियाला में वह पुलिस के सामने सरेंडर करेंगे। उनको पंजाब सरकार से मिली सुरक्षा भी अब हटा ली जाएगी।
पुलिस कर सकती है गिरफ्तार
सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद पुलिस को अपना काम करना होगा। सिद्धू खुद सरेंडर नहीं करेंगे, तो पुलिस उनको गिरफ्तार भी कर सकती है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर सिद्धू ने कोई टिप्पणी नहीं की और नो कमेंट्स कहते हुए निकल गए। उनकी पत्नी भी उनसे मिलेंगी।
इससे पहले हाई कोर्ट ने सिद्धू को गैर इरादतन हत्या का दोषी मानते हुए तीन साल की सज़ा सुनाई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में फैसले को चुनौती देने पर सिद्धू को राहत मिली। कोर्ट ने एक हज़ार रूपये का जुर्माना लगाते हुए सिद्धू को छोड़ दिया। इसके बाद अब मामले को एक बार फिर से कोर्ट ने देखते हुए अपने पुराने फैसले को बदलने का निर्णय लिया और सज़ा का ऐलान किया है।