भारतीय ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने निदहॉस ट्रॉफी में जबरदस्त प्रदर्शन किया और उन्हें मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। उन्होंने 5 मैचो में 5.70 की इकॉनामी रेट से 8 विकेट चटकाए। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में सुंदर ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वो मैन ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीतेंगे। उन्होंने कहा कि वो लगातार अच्छा प्रदर्शन करना चाहते थे। उन्होंने ये भी कहा कि कलाई वाले स्पिनरों की तरह फिंगर स्पिनर भी सीमित ओवरों के प्रारूप में कारगर साबित हो सकते हैं। वॉशिंगटन सुंदर ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज में मौका मिलने के बाद मुझे दोबारा मौका मिलने की उम्मीद थी। मैं हर एक चीज के लिए मानसिक रूप से तैयार था लेकिन मैंने ये कभी नहीं सोचा था कि मैं मैन ऑफ द् सीरीज का अवॉर्ड जीतुंगा। मैंने पहले दो मैचो में अच्छा प्रदर्शन किया और उसी लय को मैं आगे भी बरकरार रखना चाहता था। वाशिंगटन सुंदर ने आगे कहा कि कलाई वाले स्पिनर काफी शानदार होते हैं। ज्यादातर टीमें लेफ्ट ऑर्म या फिर लेग स्पिनर्स पर भरोसा जताती हैं। खासकर क्रिकेट के छोटे प्रारूप में लेकिन मुझे लगता है कि ऑफ स्पिनर भी उतने ही कारगर साबित हो सकते हैं। सुंदर ने कहा कि अगर आप बल्लेबाज का दिमाग पढ़ लेते हैं तो फिर आप अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं। वाशिंगटन सुंदर ने निदहास ट्रॉफी में युजवेंद्र चहल के साथ गेंदबाजी की और आईपीएल में भी ये दोनों गेंदबाज रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा हैं। इस बारे में सुंदर ने कहा कि चहल के साथ गेंदबाजी करना काफी शानदार होगा। हमारा कॉम्बिनेशन काफी बढ़िया है। वो एक लेग स्पिनर हैं और मैं गेंद को दूसरी तरह से घुमाता हूं। इससे गेंदबाजी में विविधिता आती है। हम विकेट निकालने के लिए जाते हैं। अगर हम हर मैच में 4 विकेट भी लेते हैं तो ये काफी अच्छा होगा।