न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज कॉलिन मुनरो ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर बड़ा फैसला लिया है। एकदिवसीय और टी20 क्रिकेट पर फोकस करने के लिए उन्होंने टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया है। इसका मतलब ये हुआ कि वो अब टेस्ट टीम में चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। इसीके साथ ही उन्होंने न्यूजीलैंड के 4 दिवसीय घरेलू प्रतियोगिता से भी खुद को बाहर कर लिया है। कॉलिन मुनरो ने न्यूजीलैंड के लिए एकमात्र टेस्ट मैच साल 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।
अपने इस फैसले पर मुनरो ने कहा कि इस सीजन 4 दिवसीय क्रिकेट पर मेरा ध्यान बिल्कुल भी नहीं रहा और इस प्रारुप के प्रति मेरा लगाव भी वैसा नहीं रहा जैसा कि पहले हुआ करता था। चुंकि क्रिकेट विश्व कप अगले साल है इसलिए टीम में जगह बनाने के लिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहुंगा। मुनरो ने कहा कि मैं अभी भी छोटे प्रारुप में न्यूजीलैंड और ऑकलैंड एसेस की तरफ से खेलने के लिए 100 प्रतिशत प्रतिबद्ध हूं। अगले कुछ सालों के लिए मैंने कुछ लक्ष्य बनाए हैं जिसे मैं हासिल करना चाहुंगा।
गौरतलब है कॉलिन मुनरो टी20 के नंबर एक बल्लेबाज हैं। वो आईसीसी टी20 रैंकिंग में नंबर एक पायदान पर काबिज हैं। टी20 क्रिकेट में वो कई आतिशी पारियां खेल चुके हैं जिसमें 3 शतक भी शामिल हैं। इसके अलावा एकदिवसीय क्रिकेट में भी वो कीवी टीम को विस्फोटक शुरुआत देते हैं। टी20 में मुनरो का स्ट्राइक रेट 163 का है और वनडे में 105 का। शायद यही वजह रही होगी कि उनका ध्यान एकदिवसीय और टी20 की तरफ ज्यादा है। क्रिकेट के छोटे प्रारुप के लिए टेस्ट क्रिकेट छोड़ना कोई नई बात नहीं है और ऐसा करने वाले मुनरो पहले क्रिकेटर भी नहीं हैं। पिछले महीने ही इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स और स्पिनर आदिल रशीद ने भी ऐसा किया था। मुनरो आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम का हिस्सा हैं और 7 अप्रैल से आईपीएल का 11वां सीजन शुरु होगा। ऐसे में उनका फॉर्म टीम के लिए काफी अहम होगा।
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