न्यूजीलैंड के सबसे पुराने क्रिकेटर टॉम प्रिचार्ड का 100 वर्ष की उम्र में उनके घर में निधन हो गया। उन्होंने 200 प्रथम श्रेणी मैचों में खेलकर 818 विकेट हासिल किये। अपनी दाएं हाथ की आउटस्विंगर गेंद के लिए जाने जाने वाले प्रिचार्ड को सबसे शानदार तेज गेंदबाजों में से एक माना जाता था। उन्होंने इंग्लैंड की काउंटी टीम वॉरविकशायर के लिए खेलते हुए भी 695 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान उन्होंने एक सिंगल सीजन में 166 शिकार अपने नाम किये।
दूसरे विश्वयुद्ध के समय आर्मी की सेवा में इस लम्बे कद के तेज गेंदबाज की मुलाक़ात वॉरविकशायर के बल्लेबाज टॉम डोलरी से हुई थी, इसके बाद उन्हें इस क्लब के लिए खेलने का मौका मिल गया। उन्हें 1949 में इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली न्यूजीलैंड की टीम में शामिल किया गया था लेकिन काउंटी टीम से करार के चलते उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था। 1945 में उनकी मुलाक़ात अपने पहले प्यार मार्विस से हुई और कुछ सप्ताह बाद उन्होंने अपने रिश्ते को शादी में तब्दील कर दिया।
वॉरविकशायर ओल्ड क्रिकेटर्स एसोशिएशन की तरफ से कहा गया कि टॉम का निधन हो चुका है। वे इस क्लब के महान खिलाड़ी थे। क्लब के पुराने खिलाड़ियों के संगठन के सहायक सचिव कीथ कुक ने कहा कि वे वास्तव में वॉरविकशायर के लिए सच्चे लीजेंड थे।
आगे उनके लिए कहा गया कि मैंने उनसे कई बार मुलाक़ात की है, वे एक शानदार क्रिकेटर होने के साथ ही अच्छे व्यक्ति भी थे और मुझे उनसे मिलकर ख़ुशी भी हुई। कीथ ने उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट की।
गौरतलब है कि टॉम प्रिचार्ड ने 200 प्रथम श्रेणी मैचों में 3363 रन बनाए, इसमें उनका उच्च स्कोर 81 रन था। गेंदबाजी उनका मुख्य हथियार मानी जाती थी और इसमें उन्होंने 818 विकेट चटकाए। उनका श्रेष्ठ प्रदर्शन 20 रन देकर 8 विकेट का रहा। पारी में 48 बार 5 विकेट और मैच में 10 विकेट उन्होंने 11 बार लिये। अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अगर मुरलीधरन महान कहे जाते हैं, तो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में टॉम प्रिचार्ड को महान कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।