इन 5 वजहों से न्यूज़ीलैंड वन-डे सीरीज में भारत को मात दे सकता है

टेस्ट सीरीज में भारत के हाथों 3-0 से हार झेलने के बावजूद 5 मैचों की वनडे सीरीज में न्यूज़ीलैंड के जीतने के चांस कम नहीं हैं। क्योंकि कीवी टीम ने टी-20 वर्ल्डकप में भारत और ऑस्ट्रेलिया को मात दिया था। हालाँकि टेस्ट में मिली हार से कीवी टीम पर बुरा असर पड़ा है। लेकिन कीवी टीम वनडे में वापसी करके अपना प्रभाव दिखा सकती है। कीवी टीम अभी आईसीसी की वनडे रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है। यहाँ हम आपको न्यूज़ीलैंड के वनडे सीरीज जीतने के 5 कारण बता रहे हैं:


मजबूत बैटिंग लाइनअप

हाल में न्यूज़ीलैंड का वनडे में बेहतरीन प्रदर्शन उनकी मजबूत बल्लेबाज़ी रही है। उनके पास अनुभवी केन विलियमसन, मार्टिन गुप्टिल और रास टेलर जैसे बल्लेबाज़ हैं। इन सभी बल्लेबाजों का औसत वनडे में 40 से ऊपर है। इसके अलावा उनके पास टॉम लाथम और ल्युक रोंची भी हैं। जो भारत के खिलाफ टेस्ट टीम में भी थे। साथ ही एन्टन देव्सिच ने भी सीमित ओवरों में प्रभावित किया है। ये सभी बल्लेबाज़ कप्तान धोनी और कंपनी के लिए सरदर्द बन सकते हैं।

गेंदबाज़ी में गहराई

मौजूदा कीवी टीम की गेंदबाज़ी में काफी गहराई है, जिसकी वजह से कप्तान विलियमसन निश्चिन्त हैं। ट्रेंट बौल्ट की अगुवाई में अनुभवी टिम साउथी नई गेंद से गेंदबाज़ी आक्रमण संभालेंगे। इसके अलावा टीम में मैट हेनरी और डग ब्रेस्बेल भी तेज गेंदबाज़ी की जिम्मेवारी संभालेंगे। जो अपना दिन होने पर कमाल का प्रदर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा स्पिन विभाग में कीवी टीम के पास मिचेल सैंटनर और भारतीय मूल के ईश सोढ़ी हैं। जिन्होंने टी-20 वर्ल्डकप में भारत को हरा दिया था। साथ ही न्यूज़ीलैंड के आलराउंडर भी अपनी गेंदबाज़ी से मैच का रुख तय करने में अहम योगदान निभा सकते हैं।

प्रभावी आलराउंडर की मौजूदगी

न्यूज़ीलैंड वनडे टीम के पास कई प्रभावी आलराउंडर हैं। जिनमें पहला नाम कोरी एंडरसन का है, वनडे में उन्होंने हजार से ज्यादा रन 115 के स्ट्राइक रेट से बनाये हैं। साथ ही उन्होंने 40 मैचों में 24 के करीब औसत से 55 विकेट लिए हैं। जेम्स नीशम भी एक बेहतरीन आलराउंडर हैं। वह बल्ले और गेंद से कमाल का प्रदर्शन करते आये हैं। इसके अलावा स्पिनर सैंटनर और टिम साउथी भी मौका मिलने पर अच्छी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। ये आलराउंडर भारतीय टीम के लिए वनडे सीरीज में मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।

हालिया वनडे में कीवी टीम का उम्दा प्रदर्शन

साल 2015 वर्ल्डकप की रनर अप रहने वाली कीवी टीम ने न सिर्फ पहली बार फाइनल में प्रवेश किया बल्कि इस सफर को तय करने में उन्होंने दुनिया की शीर्ष टीमों को मात भी दिया था। उसके बाद कीवी टीम ने 6 मैचों में 4 मैचों में जीत हासिल की है। यद्यपि कीवी टीम का अपनी धरती पर हमेशा प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन टी-20 वर्ल्डकप में कीवी टीम ने भारत में अच्छा प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल का सफर तय किया था। हालाँकि वह इंग्लैंड से हार गये थे। कीवी टीम की लगातार अच्छा प्रदर्शन जाहिर है भारतीय टीम के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है।

कमजोर भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण

मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, रविन्द्र जडेजा और आर आश्विन की गैरमौजूदगी भारतीय टीम के गेंदबाज़ी आक्रमण को कमजोर बनाता है। जिसकी वजह से भारतीय टीम को वनडे सीरीज में संघर्ष करना पड़ सकता है। भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण अमित मिश्रा, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। उसके बाद सभी गेंदबाज़ ज्यादा अनुभवी नहीं हैं। जिसका फायदा न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ उठाने की कोशिश करेंगे।