न्यूज़ीलैंड के तेज गेंदबाज डग ब्रेसवेल को ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उन पर न्यूज़ीलैंड के क़ानून के मुताबिक तीन से अधिक बार ड्रिंक एंड ड्राइव करते हुए पकड़े जाने का आरोप लगाते हुए उनको 100 घंटे की कस्टडी में लिया है। 26 वर्षीय ब्रेसवेल को पिछले महीने भी ड्रिंक एंड ड्राइव के जुर्म में पुलिस ने पकड़ा था। दरअसल, यह मामला ब्रेसवेल के पालतू तोते को कुत्ते ने मार डाला और उनके करीबी दोस्त ने जल्द से जल्द घर आने के लिए बुलाया तो ब्रेसवेल नशे की हालत में चल दिए थे और रास्ते में पुलिस ने उनको पकड़ लिया। अदालत में ब्रेसवेल के वकील ने कहा कि सड़क पर शराब पीना कानूनी जुर्म है, यदि किसी निजी कारण से आप ऐसा कर रहे है तो यह जुर्म नहीं माना जाएगा। कुछ ऐसा ही ब्रेसवेल ने अपने पालतू तोते के पास जल्द से जल्द पहुंचने के लिए किया था। वकील ने आगे कहा 'कैकटू' उनका पालतू तोता उनके जीवन में अहमियत रखता है, जिसकी मौत को लेकर वह हताश होकर घर पहुंचना चाहते थे। यह भी पढ़ें : केन विलियमसन ने न्यूजीलैंड की तमाम योजनाओं का ज़िक्र किया तेज गेंदबाज ने पहले भी अपने जुर्म को स्वीकार किया था और कहा 'ड्रिंक एंड ड्राइव एक कानूनी जुर्म है और आगे से ऐसा नहीं होगा।' डग ब्रेसवेल को तीन से ज्यादा लीगल लिमिट से अधिक बार इस जुर्म में पकड़ा गया है। अपने जुर्म के बारे में ब्रेसवेल ने कहा 'यह किसी और का दोष नहीं, मेरा खुद का है। मेरी वजह से बहुत लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है, इसके लिए माफ़ी चाहता हूँ।' अदालत में ब्रेसवेल की सुनवाई के दौरान जज ब्रिजेट मैकइनटोश ने कहा कि ये जुर्म ब्रेसवेल से तीसरी बार हो रहा है और कानूनी रूप से बड़ा अपराध है, जिसके लिए उनको माफ़ नहीं किया जा सकता। इसके जुर्म में उन्हें दो साल की सजा सुनाई जा सकती है। न्यूज़ीलैंड की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टेस्ट मैचों में 72 विकेट लेने वाले ब्रेसवेल को अब 2 साल की सजा भुगतनी पड़ सकती है। ब्रेसवेल को 2014 में जेसी राइडर के साथ एक पब में शराब पीकर झगड़ा करने के आरोप में एक टेस्ट का निलंबन सहना पड़ा था। इससे पहले 2012 में भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वन-डे सीरीज के दौरान दोनों ने बार अधिकारियों से झगड़ा किया था, जिसके कारण उनको एक मैच से बाहर बैठना पड़ा था।