अगर पुणे एकदिवसीय मैच में आपने विराट कोहली और केदार जाधव की तूफानी पारियां देखी, तो क्रिकेट की दुनिया में एक इससे इतर घटना भी हुई है। न्यूजीलैंड में ओटैगो के कप्तान फ्रेज़र विल्सन ने 119 गेंदों में एक भी रन नहीं बनाया। वे अपनी टीम को साउथलैंड के खिलाफ चल रहे मैच में हारने से बचाना चाहते थे। सबसे दिलचस्प यह है कि वे सिर्फ एक ही आंख से देख सकते हैं, और 2 घंटे का समय उन्होंने क्रीज़ पर बिताया। बक़ौल विल्सन “मैं कॉन्टेक्ट लेंस इस्तेमाल करता हूं, वो नीचे गिर गया और उसमें धूल लगने से संक्रमण हो गया था, मैं पूरे एक सप्ताह एक आंख से ही देख पा रहा था। मैंने इसमें लेंस भी लगाने की कोशिश की। पूरी बल्लेबाजी के दौरान मैं एक ही आंख खोल पाया। दांई आंख से मैंने बल्लेबाजी करने के लिए अपना ध्यान लगाए रखा।“ हालांकि इस खिलाड़ी का बेहतरीन प्रयास व्यर्थ ही गया, उनकी टीम मात्र तीन गेंद शेष रहते हार गई। 99/6 स्कोर होने के बाद ओटैगो के लिए विल्सन 8 नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए और 126 मिनट तक क्रीज़ पर खड़े रहे। उन्होंने टॉम माइल्स के साथ 23 ओवर तक साझेदारी निभाई, उनके साथी टॉम ने 68 गेंदों पर 28 रन बनाए और विपक्षी टीम को ऊबने पर मजबूर कर दिया। पराजय से लगभग 14 ओवर पहले माइल्स और सैम ब्लैकली के विकेट गिर गए। इसके बाद अंतिम ओवर की चौथी गेंद तक उनका अंतिम विकेट भी गिर गया और ओटैगो की हार नहीं बच पाई। पहली पारी में विल्सन ने 35 गेंदों पर 20 रन की पारी खेलने के अलावा 42 रन देकर 5 विकेट भी झटके। संयोग से वे अपनी टीम के मैनेजर भी हैं। 2 घंटे और छह मिनट पर क्रीज़ पर टिकने वाले विल्सन की टीम अलेक्ज़ेंड्रा में साउथलैंड की टीम द्वारा दी गई 341 रनों की चुनौती का सामना कर रही थी लेकिन वो 141 रन पर आउट हो गई। विल्सन ने अपनी पारी को परिस्थितियों की मांग के अनुरूप बताया।