पिछले 15 दिनों में तीन टीमों ने अलग-अलग टी20 सीरीज के लिए जिब्राल्टर का दौरा किया। सबसे पहले 30 सितम्बर को जिब्राल्टर और एस्टोनिया के बीच 2 मैचों की सीरीज खेली गई, जो 1-1 से बराबर रही। इसके बाद 5 अक्टूबर को जिब्राल्टर और सर्बिया के बीच 2 मैचों की सीरीज खेली गई, जिसमें मेजबान टीम 2-0 से विजयी रही। 15 अक्टूबर को जिब्राल्टर और लक्ज़मबर्ग के बीच 2 मैच की सीरीज खेली, जो 1-1 से बराबर रही।
30 सितम्बर को पहले मैच में एस्टोनिया ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 149/7 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में जिब्राल्टर ने 19.5 ओवर में 8 विकेट खोकर रोमांचक जीत दर्ज की। लुईस ब्रूस को 52 रनों की पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। दूसरे मैच में जिब्राल्टर ने पहले खेलते हुए 19.1 ओवर में 159 रन बनाये, जिसके जवाब में एस्टोनिया ने 16.2 ओवर में ही 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और अपनी पहली टी20 अंतरराष्ट्रीय जीत दर्ज की। बिलाल मसूद को 33 गेंदों में 82 रनों की ताबड़तोड़ पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
5 अक्टूबर को पहले मैच में सर्बिया ने 20 ओवर में 107/5 का मामूली स्कोर बनाया, जिसके जवाब में जिब्राल्टर ने 14.1 ओवर में ही 3 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। दूसरे मैच में सर्बिया ने 18.5 ओवर में सिर्फ 82 रन बनाये, जिसके जवाब में जिब्राल्टर ने 14 ओवर में ही 3 विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। दोनों मैचों में अविनाश पाई को ऑलराउंड प्रदर्शन (1/12 एवं 28 गेंद 36 और 2/15 एवं 34 गेंद 29*) के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
15 अक्टूबर को पहले मैच में जिब्राल्टर ने 20 ओवर में 172/8 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में लक्ज़मबर्ग ने 148/8 का स्कोर ही बनाया। केरन स्टैगनो को 49 गेंदों में 101 रनों की शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। दूसरे मैच में लक्ज़मबर्ग ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 165 रन बनाये, जिसके जवाब में जिब्राल्टर की टीम 154/8 का स्कोर ही बना सकी। जेम्स बार्कर ने लक्ज़मबर्ग के लिए 48 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली थी।