बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इस साल 8 मार्च को ट्विटर पर घोषणा की थी कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम 7 साल में पहला टेस्ट मैच खेलेगी। यह मुकाबला ब्रिस्टल में कुछ दिनों बाद शुरू होने वाला है। इस दौरे पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम एकमात्र टेस्ट के अलावा तीन वनडे और तीन टी20 इंटरनेशनल मैच खेलेगी। मगर इतने लंबे समय बाद टेस्ट मैच खेलने के कारण यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा ने इस फैसले का स्वागत किया और बताया कि लाल गेंद क्रिकेट का उत्साह बहुत अलग है। स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अंजुम चोपड़ा ने कहा, 'सफेद जर्सी पहनना उत्साहजनक है। यह पहनकर आपको घबराहट भी होती है क्योंकि जिस पल आपको ये समझना पड़ता है कि गेंद खेलना है या छोड़ना है, वो अलग भावना होती है।'
उन्होंने आगे कहा, 'जब टेस्ट मैच पास आएगा और आप सफेद जर्सी पहनेंगे तो वो घबराने वाली भावना आएगी। फिर जाकर लंबे समय तक क्रीज पर टिकने पर नजर या लंबे स्पेल गेंदबाजी करना, यह घबराहट मैच समाप्त होने के करीब तक दूर होगी। मगर मुझे लगता है कि जिसने टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है, उसके लिए यह घबराहट से ज्यादा उत्साहित वाला पल होगा।'
चोपड़ा भारतीय महिला क्रिकेट की टेस्ट दिग्गज रही हैं। क्रिकेटर से कमेंटेटर बनी अंजुम चोपड़ा ने 12 टेस्ट में 30.44 की औसत से 548 रन बनाए और चार अर्धशतक उनके नाम दर्ज हैं। अंजुम चोपड़ा ने कहा कि भारतीय टीम ने अन्य प्रारूपों में मुकाबले खेले हैं और उसका अनुभव उन्हें यहां काम आएगा।
अंजुम चोपड़ा ने कहा, 'किसी भी प्रकार का क्रिकेट खेलना हमेशा मददगार होता है। क्रिकेटर तो मशीन जैसा है। मैं यह कहना चाहती हूं कि अगर मशीन है तो आपको उसका उपयोग करना पड़ता है। तो अगर आप खिलाड़ी हो, तो आपका काम खेलना है। मशीन का उपयोग 350 या 360 दिन एक दिन आराम या ठीक करने के बाद चलती है। मनुष्य को भी आराम की जरूरत होती है। इसे छोड़िए तो प्रमुख काम क्रिकेट खेलना है। अब आप चाहे फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेले या इंटरनेशनल, आपका काम मैदान में जाकर क्रिकेट खेलना है और जब आप खेलने उतरते हैं तो कई चीजें सीखते हैं।'
शैफाली क्या कर रही है, इस पर बहुत लोगों का ध्यान है: अंजुम चोपड़ा
टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में महिलाओं में दुनिया की नंबर-1 शैफाली वर्मा अपने करियर में पहली बार टेस्ट और वनडे टीम के लिए चुनी गई हैं। शैफाली वर्मा के भारत में महिला क्रिकेट पर प्रभाव के बारे में बात करते हुए 2007 अर्जुन अवॉर्डी अंजुम चोपड़ा ने कहा कि वह भविष्य की सुपरस्टार बन सकती हैं।
अंजुम चोपड़ा ने कहा, 'मेरे ख्याल में शैफाली वर्मा अच्छी खिलाड़ी हैं। उसने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया था। उसने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में बेहतर प्रदर्शन किया। मेरे ख्याल से हम सभी को एहसास हो गया है कि उन्हें भारतीय टीम में क्यों चुना गया है। शैफाली को द हंड्रेड और महिलाओं की बिग बैश लीग में भी चुना गया है।'
अंजुम चोपड़ा ने कहा कि शैफाली को अपना खेल खेलने दिया जाना चाहिए और उससे ज्यादा उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। चोपड़ा ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि शैफाली काफी युवा हैं और उनके सीखने के दिन चल रहे हैं।
अंजुम चोपड़ा ने कहा, 'बहुत सोचा जा रहा है कि शैफाली क्या कर रही है और कैसे करेगी। कभी इस बारे में विचार करना सही लगता है, लेकिन कभी मुझे लगता है कि इसे जाने देना चाहिए। दबाव नहीं होना चाहिए। शैफाली को अभी सीखने देना चाहिए। उसे अपने वर्तमान का आनंद उठाने देना चाहिए।'